जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से गैर-कश्मीरी मजदूरों को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया गया। इस बीच मंगलवार (03 दिसंबर) को गृह मंत्रालय ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर में मारे गए गैर-कश्मीरी मजदूरों सहित नागरिकों की संख्या के बारे में जवाब दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से गैर-कश्मीरी मजदूरों सहित नागरिकों की संख्या पर गृह मंत्रालय ने प्रदेश सरकार की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि 5 अगस्त के बाद से आतंकवाद से संबंधित घटनाओं में गैर-कश्मीरी मजदूरों सहित 19 नागरिक मारे गए।
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नेकहा था कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाये जाने के बाद से आतंकी घटनाएं 'ना के बराबर' हुई हैं और राज्य में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है।
इस पर जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने जवाब देते हुए कहा था कि जहां तक देश में आतंकी वारदातों की बात है तो सब इस बात को मानेंगे कि पिछले साढ़े पांच साल में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में कहीं कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं घटी। जहां तक जम्मू कश्मीर की बात है तो पिछले 30-35 साल से राज्य में आतंकी घटनाएं होती रहीं हैं।
सिंह ने कहा था कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद आतंकी घटनाएं ना के बराबर हुई हैं। लेकिन यदि कोई आतंकी घटना हुई है तो यह निंदनीय है। इस समय सेना, स्थानीय पुलिस, अर्द्धसैनिक बल और अन्य बलों के जवान पूरी तरह बेहतर समन्वय के साथ मिलकर प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं। कश्मीर में तेजी से हालात सामान्य हो रहे हैं।