बच्चे ने पबजी खेलने के चक्कर में मां-बाप के डूबाए 10 लाख रुपए, डांटने पर घर छोड़कर भागा
By दीप्ती कुमारी | Updated: August 28, 2021 14:14 IST2021-08-28T14:10:57+5:302021-08-28T14:14:57+5:30
एक लड़के ने पबजी गेम के चक्कर में पहले अपने माता-पिता के 10 लाख बर्बाद कर दिए और फिर एक नोट लिखकर घर से भाग गया औऱ कहा कि वह कभी वापस नहीं आएगा ।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
मुंबई : ऑनलाइन गेमिंग की बच्चों को ऐसी लत लगती जा रही है कि माता-पिता की परेशानी बढ़की जा रही है । अब एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है , जब 16 साल के लड़के ने अपने माता-पिता के खाते से 10 लाख रुपए निकालकर पबजी खेल में वर्चुअल कैश खरीदने में लगा दिए । शुरू में बच्चे ने अपने माता-पिता को बताया था कि पैसे ऑनलाइन गेमिंग सत्र के लिए थे ।
जब वह पबजी में पैसे हार गया और माता-पिता को 10 लाख रुपए बर्बाद करने की बात पता चली तो उन्होंने अपने बच्चे को डांटा-फटकारा । मां-बाप की डांट खाने के बाद जोगेश्वरी के अपनगरीय इलाके में रहने वाला लड़का घर छोड़कर भाग गया । उसने घर से निकलने से पहले अपने माता-पिता के लिए एक नोट भी लिखा ।
माता-पिता ने पुलिस में दर्ज की शिकायत
उसके माता-पिता ने बुधवार को एमआईडीसी पुलिस से संपर्क किया था और अपने बच्चे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी । माता-पिता ने पुलिस को सूचित किया कि उनके बेटे ने एक नोट छोड़ा था, जिसमें कहा गया था कि वह घर छोड़ रहा है और वापस नहीं आएगा । इसके बाद स्थानीय पुलिस ने क्राइम ब्रांच को सूचना दी । बच्चे की इस हरकत से माता-पिता और परेशान हो गए ।
पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया
पुलिस ने लड़के का पता लगाने के लिए बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू किया । गुरूवार दोपहर को उसके कुछ दोस्तों के बताए अनुसार और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसका पता लगाया गया । लड़के को उसके घर से कुछ दूरी पर महाकाली केव्स रोड के पास देखा गया ।
माता-पिता ने पुलिस को बताया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब उनके बेटा को पबजी खेलने की ऐसी लत लगी कि उसने इतनी बड़ी राशि खेल में लगाने से पहले दो बार सोचा भी नहीं । पुलिस टीम ने माता-पिता और बच्चे की भी काउंसलिंग की और स्थिति को संतुलित करने का प्रयास किया ।
आजकल बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर ऐसी लत देखने को मिलती है कि बच्चे आत्महत्या तक कर रहे हैं और तो और पबजी को भारत में बैन भी कर दिया गया था लेकिन बच्चे इसे फिर भी खेलने के लिए बेचैन रहते हैं । ऐसे में माता-पिता की समस्या बढ़ गई है कि इससे कैसे अपने बच्चों को दूर रखें ।