पटना, 18 फरवरी बिहार के सभी 149 आईटीआई में ‘उत्कृष्टता केंद्र’ बनाया जायेगा और प्रथम चरण में 60 आईटीआई का चयन किया गया है।
श्रम संसाधन विभाग ने पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष प्रस्तुति दी जिसमें राज्य के सभी 149 आईटीआई में ‘उत्कृष्टता केंद्र’ स्थापित करने के लिए विस्तृत जानकारी दी गई।
बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी आईटीआई संस्थानों में ऑनलाइन प्रशिक्षण के साथ-साथ फिजिकल ट्रेनिंग भी कराएं। उन्होंने कहा कि जिन आईटीआई भवनों का निर्माण अभी पूर्ण नहीं हुआ है उन्हें जल्द पूर्ण करें और उनमें संस्थान को स्थानांतरित करें। उन्होंने कहा कि जरुरत के मुताबिक प्रशिक्षकों की संख्या भी बढ़ायी जाए। उन्होंने कहा कि नई प्रौद्योगिकी सीखने से छात्रों को बेहतर रोजगार मिल सकेगा, साथ ही उद्योग क्षेत्र का भी विकास होगा।
श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार ने बैठक में बताया कि सरकार उद्योग 4.0 के तहत प्रथम चरण में राज्य के 60 आईटीआई को उन्नत बनाने का कार्य मार्च 2022 तक पूरा कर लेगी।
बैठक में श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के आईटीआई को उद्योगों के बदलते परिवेश को देखते हुए नई तकनीकों से लैस किया जायेगा, ताकि बिहार के युवा तकनीकी प्रशिक्षण के बाद सीधे उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
उन्होंने कहा कि उत्कृष्टता केंद्र बनाये जाने के साथ ही उन्नत प्रौद्योगिकी में मशीन लर्निंग, इन्टरनेट ऑफ थिंग्स, ग्राफिक डिजाइन, रोबोटिक मेंटेनेन्स, इलेक्ट्रिकल इत्यादि की तकनीकों में मशीनें लगाकर उद्योगों के सहयोग से राज्य के आईटीआई को और उन्नत बनाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि योजना के तहत प्रथम चरण में बिहार सरकार के 60 आईटीआई पर कुल 2,188 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जाएगी जिसमें से 88 प्रतिशत राशि टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा जबकि बिहार सरकार द्वारा शेष 12 प्रतिशत राशि व्यय की जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक आईटीआई में 1000 वर्ग फुट जगह भी उपलब्ध करायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक आईटीआई में 36.48 करोड़ रुपये के औसतन व्यय से उन्हें उत्कृष्टता केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन छात्रों को इस कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया जाएगा, उन्हें रोजगार देने में चयनित साझेदार उद्योग द्वारा प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह, टाटा टेक्नोलॉजी के उपाध्यक्ष सुशील कुमार, ग्लोबल एजुकेशन के निदेशक पुष्करराज कॉलगुड पुष्करराज कॉलगुड सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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