पढ़ाई के लिए सालाना 1200 घंटे, कक्षा 12 में अब 6 विषयों में होना होगा पास, सीबीएसई का नया प्रस्ताव
By आकाश चौरसिया | Published: February 1, 2024 04:10 PM2024-02-01T16:10:21+5:302024-02-01T17:00:24+5:30
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव करने के लिए प्लान तैयार किया है। अब, कक्षा 10 के लिए 5 की जगह अब 10 विषयों में पेपर देना होगा। इसके साथ ही दो के स्थान पर 3 भाषा पढ़नी होगी। इसमें 3 में से दो भारतीय भाषाएं होंगी।
CBSE: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव करने के लिए प्लान तैयार किया है। अब, कक्षा 10 के लिए 5 की जगह 10 विषयों में पेपर देना होगा। इसके साथ ही दो के स्थान पर 3 भाषा पढ़नी होगी। इसमें 3 में से दो भारतीय भाषाएं होंगी। इसके साथ ही कक्षा 12 में छात्रों को एक की जगह दो भाषा पढ़नी होगी, इसमें 1 भारतीय भाषा अनिवार्य है। साथ ही बच्चों को छह विषयों में पास होना होगा।
रिपोर्ट की मानें तो सीबीएसई ने छात्रों के एक बड़े हिस्से को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क स्कूली शिक्षा के लिए प्रस्ताव पेश किया है। इस फ्रेमवर्क का मकसद राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लिखित व्यावसायिक और सामान्य शिक्षा को निर्धारित करते हुए सामानता लाने का सुझाव दिया है। अब शिक्षा के एक सत्र में सिर्फ छात्रों को सिर्फ 1200 घंटे का पाठ्यक्रम अपनाना होगा।
अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट छात्रों द्वारा अर्जित क्रेडिट को डिजिटल रूप से रिकॉर्ड करेगा, और इसे कनेक्टेड डिजिलॉकर खाते के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। सीबीएसई के एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों को अब क्रेडिट के हिसाब से आगे की पढ़ाई कर पाएंगे। एक छात्र को उत्तीर्ण होने के लिए एक वर्ष में कुल 1,200 घंटे पढ़ाई में पूरे करने होंगे। जिसमें प्रत्येक विषय के लिए निर्धारित घंटों की संख्या आवंटित की जाएगी। घंटों में घर में ली जाने वाली कोचिंग का भी समय शामिल होगा।
छात्रों को अब 5 के बजाय 10 विषयों में पास करना होगा, जिसमें सात मुख्य विषय होंगे और तीन भाषाई पेपर रहेंगे। इनमें दो भाषा और तीन प्रमुख विषय गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन से संबंधित हो सकते हैं।