CBSE पेपर लीक मामला: झारखंड में 12 गिरफ्तार, आरोपियों में 9 नाबालिग शामिल
By भारती द्विवेदी | Updated: March 31, 2018 15:21 IST2018-03-31T15:21:56+5:302018-03-31T15:21:56+5:30
जहां तीन लोगों की गिरफ्तारी आईपीसी की धारा के तहत हुई है, वहीं 9 को जुवेनाइल एक्ट के तहत हिरासत में लिया गया है।

CBSE पेपर लीक मामला: झारखंड में 12 गिरफ्तार, आरोपियों में 9 नाबालिग शामिल
रांची, 31 मार्च: सीबीएसई पेपर लीक मामले में अब तक झारखंड के चतरा से छह छात्रों को हिरासत में लिया गया था। अब वो संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इस मामले में चतरा एसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है-'तीन लोगों को आईपीसी की धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है। वहीं नौ बच्चों को जुवेनाइल एक्ट के तहत हिरासत में लिया गया है। एसआईटी की तरफ से जांच अभी चल रही है।'
Three people have been arrested under provisions of IPC; Nine who are underage have been detained under Juvenile Act. Probe by our SIT is still underway: Superintendent of Police Chatra, #Jharkhand on #CBSEPaperLeakpic.twitter.com/gAg1TrmALP
— ANI (@ANI) March 31, 2018
आपको बता दें कि शुक्रवार (30 मार्च) को पुलिस ने चतरा से ,स्टडी विजन कोचिंग संचालक सतीश पांडेय को गिरफ्तार किया था। उससे एक दिन पहले डीएवी स्कूल के चार छात्रों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई थी। इन चारों छात्रों के परीक्षा के दौरान नकल करते हुए पकड़ा गया था। इनके पास से जो पर्ची बरामद हुई थी, उसमें सभी सवालों का जवाब लिखा हुआ था। चतरा एसपी ने पेपर लीक मामले को लेकर एसआईटी का गठन भी किया है।
वहीं पेपर लीक को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम लोगों से पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ के दौरान ये खुलासा हुआ है कि कुछ परिजनों ने प्रश्न पत्र के लिए 35 हजार तक खर्च किए थे। लेकिन जब पेपर लीक हो गया तो प्रश्न पत्र का दाम घटकर 500 तक आ गया था। जांच में ये बात भी सामने आई है कि दसवीं और बारहवीं के प्रश्न पत्र को लीक करने के लिए दस व्हाट्सऐप ग्रुप का सहारा लिया गया था, जो कि एनसीआर से ऑपरेट हो रहे थे और हर व्हाट्सऐप ग्रुप में 50-60 लोग जुड़े थे।