107 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी भीम चंद्र जाना का उम्र संबंधी बीमारी की वजह से हुआ निधन
By भाषा | Published: January 4, 2020 02:58 PM2020-01-04T14:58:06+5:302020-01-04T14:58:44+5:30
अशोक जाना ने कहा कि उनके पिता पहली बार 1930 में 17 साल की उम्र में विदेशी सामानों का विरोध करते हुए गिरफ्तार हुए थे। उन्होंने बताया कि भीम चंद्र जाना को बंगाल के अन्य स्वतंत्रता सेनानी ‘नानू’ कहकर बुलाते थे। उनके पोते कृष्णेनंदु जाना ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी को बाद में भारत सरकार ने सम्मानित भी किया था और वह जीवन पर्यन्त गांधीवादी बने रहे।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भीमचंद्र जाना का निधन उम्र संबंधी बीमारी की वजह से पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला में हो गया। वह 107 साल के थे। उन्होंने कहा कि श्यामपुर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले मारोतला स्थित आवास में उनका निधन हो गया। उनकी पत्नी पहले ही गुजर चुकी हैं। उनके परिवार में छह बेटे और छह बेटियां हैं।
जाना के छोटे बेटे अशोक जाना ने कहा कि उनके पिता पहली बार 1930 में 17 साल की उम्र में विदेशी सामानों का विरोध करते हुए गिरफ्तार हुए थे। उन्होंने बताया कि भीम चंद्र जाना को बंगाल के अन्य स्वतंत्रता सेनानी ‘नानू’ कहकर बुलाते थे। उनके पोते कृष्णेनंदु जाना ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी को बाद में भारत सरकार ने सम्मानित भी किया था और वह जीवन पर्यन्त गांधीवादी बने रहे।
स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि देने के लिए स्थानीय विधायक कलीपाड़ा मंडल उनके घर पहुंचे। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार रात में हुआ।