हॉलीवुड में एक समय ऐसा भी था जब एशियाई लोगो को ध्यान में रख कर कोई रोल नहीं लिखा जाता था ,जैसा की आजकल हॉलीवुड की फ़िल्मों मं देखा जाता है ।ऐसी ही एक पहचान है नूर नगमी जो की कई हॉलीवुड बॉलीवुड फ़िल्मों में नज़र आते हैं इनकी फिल्म एंजेलस विथ इन इनकी एक ऐसी फिल्म है जो भारत पाकिस्तान से गए डाक्टर जो अमरीका के दूर दराज़ जगहों में डाक्टर हैं इस विषय को नूर जी ने खुद ही देखा और इन डॉक्टर की कहानी को एक फिल्म का रूप दिया ,
नूर वाशिंगटन डी सी में रहते हैं ,और कई फिल्मो में डॉक्टर का रोल अदा कर चुके हैं ,नूर नगमी से लोकमत से ख़ास बातचित हुयी उनका कहना था लॉकडाउन को लेकर कि कई सारी स्क्रिप्ट पर काम किया साथ ही ये उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई तक कोरोना अगर थम गया तो इनकी फिल्मो की शूटिंग शुरू हो सकती है । नूर की बचपन की बात पर उनको लाहौर रेडियो स्टेशन याद आता है क्योंकि इनके पिताजी लाहौर रेडियो में काम किया करते थे ।
नूर का कहना है कि अगर एजेंट अच्छा मिल जाये तो हॉलीवुड में काम करना आसान होता है ।हॉलीवुड बॉलीवुड फ़िल्मों की बात पर उनका यही कहना है की अब इस तरह की फ़िल्मों में चांस बहुत है क्योंकि एक बड़ा तबका है जो हिंदी उर्दू आसानी से समझ सकता है ।मिर्ज़ा ग़ालिब इन अमरीका सीरियल बनाया ।नूर को देखकर कई लोग उनको कपूर खानदान का सोचते हैं ,जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है नूर इस बात से खुश है की हीरो से उनकी शक्ल मिलती है ,क्यूंकि कई लोग उनको भारतीय अभिनेता सुनील दत्त से भी शक्ल मिलती है ऐसा कहते हैं ,
भारतीय फ़िल्मों के बारे में नूर यही कहते हैं की भारतीय फ़िल्म बहुत अच्छी पहचान रखती है इधर कई नए कलाकार हैं जो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं ।फिल्मो का कंटेंट भी बहुत बढ़िया होता है अगर भारतीय फ़िल्मों में काम मिले तो ज़रूर काम करना पसंद करेंगे ।नए कलाकार को यही कहते हैं की पढाई ज़रूर करे जितना हो सकी उतना पढाई करें । सोसाईटी ऑफ़ उर्दू लीटरेअचेर संस्था भी चलाते हैं ।