सहरा करीमी ने अपनी प्रोफाइल में अफगानिस्तान को किया काला, तालिबानी नरसंहार पर दुनिया की चुप्पी पर जताई हैरानी
By अनिल शर्मा | Updated: August 16, 2021 17:51 IST2021-08-16T17:25:43+5:302021-08-16T17:51:19+5:30
सहरा करीमी की कई फिल्मों ने ( काम ने एक सौ पचास से अधिक) अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में भाग लिया है और कई पुरस्कार जीते हैं। फिलहाल वह काबुल में ही हैं जहां वह एक फिल्म पर काम कर रही थीं। "वीमेन बिहाइंड द ड्राइविंग" और "नसीमेह, द डेली मेमोयर्स ऑफ ए इमिग्रेंट गर्ल" उनकी चर्चित कृतियों में से हैं।

सहरा करीमी ने अपनी प्रोफाइल में अफगानिस्तान को किया काला, तालिबानी नरसंहार पर दुनिया की चुप्पी पर जताई हैरानी
अफगानिस्तानः काबुल पर कब्जे के बाद अफगानिस्तान पर तालिबानी हुकूमत आ चुकी है। राष्ट्रपति अशरफ गनी भी अपने उच्च अधिकारियों के साथ देश छोड़ जा चुके हैं। वहीं देश के कई कलाकार काफी डरे सहमे हुए हैं। इस संकट के बीच अफगानी फिल्ममेकर सहरा करीमी ने खत लिखकर दुनिया से मदद मांगी है। तालिबानी नरसंहार के बीच सहरा ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में अफगानिस्तान को काला कर दिया है। सहरा ने प्रोफाइल तस्वीर के जरिए इस बात को दर्शाने की कोशिश की है कि पूरा अफगानिस्तान तालिबानी कब्जे में आ चुका है।
अपनी एक पोस्ट में सहरा ने अफगानिस्तान की तरफ पीठ करके बैठे दुनियाभर के सिनेमा प्रेमियों से आगे आने की बात कही है। उन्होंने लिखा कि यदि तालिबान काबुल पर कब्जा कर लेता है, तो हमारे पास इंटरनेट या किसी संचार उपकरण तक पहुंच नहीं हो सकती है। कृपया अपने फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को हमारा समर्थन करने के लिए, हमारी आवाज बनने के लिए आमंत्रित करें।
सहरा करीमी ने आगे लिखा- मुझे ये दुनिया समझ में नहीं आती । ये खामोशी मुझे समझ नहीं आती । मैं खड़ी हूँ और अपने देश के लिए लड़ती रहूंगी, लेकिन मैं यह सब अकेले नहीं कर सकती। मुझे आप जैसे सहयोगियों की जरूरत है। कृपया हमारी मदद करें। अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है, कृपया अपने देश के सबसे महत्वपूर्ण मीडिया को सूचित करके हमारी मदद करें। अफगानिस्तान की सीमाओं के बाहर हमारी आवाज बनें। यदि तालिबान काबुल पर कब्जा कर लेता है, तो हमारे पास इंटरनेट या किसी संचार उपकरण तक पहुंच नहीं हो सकती है।
अफगान महिलाओं, बच्चों, कलाकारों और फिल्म निर्माताओं की आवाज बनें
फिल्ममेकर ने लिखा- कृपया अपने फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को हमारा समर्थन करने के लिए, हमारी आवाज बनने के लिए आमंत्रित करें। ये युद्ध गृह युद्ध नहीं, गैर निषेध युद्ध है, ये तालिबान के साथ अमेरिकी समझौते का परिणाम है । कृपया इस वास्तविकता को अपने मीडिया में ज्यादा से ज्यादा प्रतिबिंबित करें और हमारे बारे में सोशल मीडिया पर लिखें। दुनिया हम पर अपनी पीठ न फेर ले। अफगान महिलाओं, बच्चों, कलाकारों और फिल्म निर्माताओं की आवाज बनें। आपका यह समर्थन सबसे बड़ी मदद है जिसकी हमें अभी जरूरत है ।
गौहरतलब है कि सहरा करीमी की कई फिल्मों ने ( काम ने एक सौ पचास से अधिक) अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में भाग लिया है और कई पुरस्कार जीते हैं। फिलहाल वह काबुल में ही हैं जहां वह एक फिल्म पर काम कर रही थीं। "वीमेन बिहाइंड द ड्राइविंग" और "नसीमेह, द डेली मेमोयर्स ऑफ ए इमिग्रेंट गर्ल" उनकी चर्चित कृतियों में से हैं।