Tokyo Olympic: हॉकी में 41 साल बाद भारत को मेडल, जर्मनी को 5-4 से हराकर पुरुष टीम ने ब्रॉन्ज पर किया कब्जा
By विनीत कुमार | Published: August 5, 2021 08:50 AM2021-08-05T08:50:04+5:302021-08-05T09:16:52+5:30
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने चार दशक का सूखा खत्म करते हुए 41 साल बाद ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर मेडल पर कब्जा किया।
टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक में भारत पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हराकर कांस्य पद जीत लिया है। सेमीफाइनल में हार के बाद दोनों टीमों के बीच ब्रॉन्ज मेडल के लिए गुरुवार को कांटे का मुकाबला देखने को मिला और मैच में कुल 9 गोल हुए। बेहद सघर्षपूर्ण मुकाबले में एक समय पिछड़ती नजर आ रही भारतीय टीम ने जबर्दस्त वापसी की और आखिरकार 5-4 से जीत दर्ज करने में कामयाब रही।
भारत ने 41 साल बाद ओलंपिक खोलों में हॉकी में मेडल जीता है। इससे पहले आठ बार की चैम्पियन भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में जीता था। भारत के बाद जर्मनी ने सबसे ज्यादा चार ओलंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं।
बहरहाल, ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में भारत के लिए सिमरनजीत सिंह ने दो गोल किए। वहीं, हार्दिक सिंह, हरमनप्रीत सिंह और रुपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल दागे।
IND Vs GER: पहले आधे घंटे में 6 गोल
दोनों टीमों के बीच पहले दो क्वार्टर में बेहद कड़ा मुकाबला देखने को मिला और कुल छह गोल हुए। जर्मनी के ओरज टीमर ने दूसरे ही मिनट में गोल कर भारतीय टीम को सकते में डाल दिया और उसकी ये बढ़त पहले क्वार्टर तक कायम रही।
इसके बाद दूसरे क्वार्टर और खेल के 17वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने गोल कर भारत को बराबरी दिला दी। टोक्यो ओलंपिक में सिमरनजीत का ये दूसरा गोल था। इसके बाद 24वें मिनट में निकलास वेलेन ने गोल कर एक बार फिर जर्मनी को आगे कर दिया।
भारतीय इस हमले से उबर पाती कि उससे पहले ही अगले ही मिनट में बेनेडिक्ट फर्क ने गोल कर जर्मनी को 3-1 से आगे कर दिया।
भारत ने की मैच में जबर्दस्त वापसी
भारतीय टीम 1-3 से पिछड़ रही थी और इंटरनेशनल हॉकी में यहां से वापसी मुश्किल मानी जाती है। हालांकि भारतीय टीम ने ये कमाल अगले ही कुछ मिनटों में कर दिखाया। भारतीय टीम ने इसके बाद एक के बाद एक आक्रमण जर्मनी के गोल पोस्ट पर किए और 27वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर भी मिला।
हालांकि टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी। भारत को लेकिन ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा और 28वें मिनट में हार्दिक सिंह ने गोल कर स्कोर 2-3 कर दिया। अगले ही मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और यहां हरमनप्रीत सिंह ने गोल कर हाफ टाइम तक स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया।
हाफ टाइम के बाद चौथे क्वार्टर में भी भारतीय टीम ने आक्रामक रवैया जारी रखा और 31वें मिनट में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला। रुपिंदर पाल सिंह ने इस मौके पर गोल कर भारत को 4-3 से आगे कर दिया।
अगली बारी सिमरनजीत सिंह की थी और सिमरनजीत सिंह ने सुमित की ओर से मिले एक बेहतरीन पास को गोल में बदलकर भारत को 5-3 की बड़ी बढ़त दिला दी। चौथे क्वार्टर में जर्मनी को खेल के 48वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला और तोबियास कॉन्सटेंटिन ने गोल कर स्कोर 4-5 कर दिया। हालांकि इसके बाद जर्मनी तमाम कोशिशों के बावजूद कोई गोल नहीं कर सकी और भारत ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमा लिया।