वर्ल्ड अस्थमा डे: गर्मियों में भी दम निकाल सकता है दमा, अस्थमा अटैक से ऐसे बचें
By उस्मान | Published: May 1, 2018 07:08 AM2018-05-01T07:08:42+5:302018-05-01T07:08:42+5:30
यह श्वास तन्त्र की ऐसी गंभीर बीमारी होती है, जिसके कारण मरीज को छोटी सांस लेनी पड़ती है, छाती मे कसाव जैसा महसूस होता है, सांस फूलने लगती है और बार-बार खांसी आती है।
अस्थमा या दमा श्वसन तंत्र की बीमारी है जिसके कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि श्वसन मार्ग में सूजन आ जाने के कारण वह संकुचित हो जाता है। यह श्वास तन्त्र की ऐसी गंभीर बीमारी होती है, जिसके कारण मरीज को छोटी सांस लेनी पड़ती है, छाती मे कसाव जैसा महसूस होता है, सांस फूलने लगती है और बार-बार खांसी आती है। एलर्जी के कारण श्वसनी में बलगम पैदा हो जाता है जो कष्ट को और भी बढ़ा देता है। एक और जहां इस रोग में रोगी को सांस बाहर निकालने में दिक्कत होती है, वहीं दूसरी और कभी-कभी सांस रुक भी जाती है। दुर्भाग्य से इस बीमारी का कोई पक्का इलाज नहीं है। हालांकि इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। कई लोगों को नियमित रूप से दवाएं लेने से अस्थमा के लक्षण पूरी तरह गायब हो सकते हैं लेकिन किसी बीमारी या प्रदूषण की वजह से ये लक्षण दोबारा पैदा हो सकते हैं। इस बीमारी के होने का विशेष उम्र बंधन नहीं होता है। किसी भी उम्र में कभी भी ये बीमारी हो सकती है।
गर्मियों में भी होता है अस्थमा का खतरा
गर्मी के मौसम में अस्थमा के मामलों में कमी आती है, इसलिए कई लोग अस्थमा के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि गर्मियों में अस्थमा का खतरा उतना ही रहता है। गर्मियों में अस्थमा रोगी दवाओं और कई आवश्यक सावधानी बरतने में लापरवाही कर देते हैं, जिस वजह से इस मौसम में अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। दिल्ली स्थित सर गंगा राम हॉस्पिटल में पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर रश्मि समा आपको बता रही हैं कि गर्मियों में अस्थमा बढ़ने के क्या-क्या कारक हैं।
अस्थमा अटैक के लक्षण
- धूल और वायु प्रदूषण
- सर्द-गर्म की समस्या
- मौसम में बदलाव
- इन्फेक्शन
- ठंडी चीजों का सेवन
- एलर्जी
-परागकण
- जेनेटिक कारण
- मानसिक तनाव
- जानवरों की डेड स्किन
- स्मोकिंग
- अल्कोहल
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अस्थमा के प्रकार
अस्थमा की बीमारी को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है। पहला है विशिष्ट, इसमें अस्थमा एलर्जी के कारण होता है जबकि गैर विशिष्ट में एक्सरसाइज, मौसम के प्रभाव या जेनेटिक के कारण होता है।
अस्थमा के लक्षण
सांस लेने में परेशानी अस्थमा का पहला लक्षण है। अस्थमा का रोग या तो अचानक शुरू होता है या खांसी, छींक या सर्दी जैसे एलर्जी वाले लक्षणों से शुरू होता है। नीचे बताए गए लक्षणों में से अगर आपको कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- सांस लेने में परेशानी
- सीने में जकड़न
- सांस लेते समय घरघराहट महसूस होना
- सांस लेते हुए पसीना आना
- बेचैनी महसूस होना
- सिर में भारीपन महसूस होना
- सांस लेने के कारण थकावट होना
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अस्थमा के मरीज इन बातों का रखें ध्यान
- हमेशा अपने पास इन्हेलर रखें
- हमेशा घर को साफ रखें
- धूल-मिटटी से बचें
- ऐसी चीज ज्यादा दिन तक न रखें जिसमें धूल जमें
- एक्सरसाइज और योग से खुद को शांत रखें
- मुंह से सांस ना लें
गर्मियों में अस्थमा अटैक से ऐसे बचें
- गर्मियों में एलर्जी बढ़ाने वाली चीजों से दूर रहें
- धूप में बाहर जाने से पहले इन्हेलर साथ लेकर जाएं
- रात में खिड़कियां खोलकर ना सोयें
अस्थामा अटैक आने पर क्या करें
- सीधे खड़े हो जाएं, लेटे ना रहें
- घबराएं नहीं, शांत रहने की कोशिश करें
- लंबी सांस लें
- डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा लें
- ढीले कपड़ें पहनें
- कुछ गर्म चीज पिएं
(फोटो- पिक्साबे)