अगर इस उम्र से पहले हो गए हैं मोटापे का शिकार, तो कैंसर के खतरे से बचना होगा मुश्किल
By उस्मान | Updated: October 12, 2019 15:49 IST2019-10-12T15:49:04+5:302019-10-12T15:49:04+5:30
इस उम्र से पहले वजन बढ़ने से गर्भाशय कैंसर की 70 प्रतिशत, गुर्दे की कोशिका का कैंसर की 58 प्रतिशत, कोलोन कैंसर होने की आशंका 29 प्रतिशत बढ़ जाती है।

अगर इस उम्र से पहले हो गए हैं मोटापे का शिकार, तो कैंसर के खतरे से बचना होगा मुश्किल
मोटापा एक गंभीर समस्या है जिससे आजकल हर दूसरा व्यक्ति पीड़ित है। मोटापे की वजह से कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। वर्ल्ड ओबिसिटी फेडरेशन के वैश्विक सर्वे के अनुसार, दुनिया में करीब 15 करोड़ बच्चे और किशोर मोटापे से ग्रसित हैं। अगले दस साल में यह संख्या 25 करोड़ पहुंच जाएगी। ऐसा अनुमान है कि भारत के 2.75 करोड़ बच्चे इसकी जद में हैं।
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि 40 वर्ष की आयु से पहले वजन बढ़ने या मोटे होने से विभिन्न तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी' में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार 40 वर्ष की आयु से पहले वजन बढ़ने से गर्भाशय कैंसर (बच्चेदानी के मुख का कैंसर) होने की आशंका 70 प्रतिशत, गुर्दे की कोशिका का कैंसर होने की आशंका 58 प्रतिशत, बृहदान्त्र (कोलोन) का कैंसर होने की आशंका 29 प्रतिशत बढ़ जाती है।
अध्ययन में पाया गया कि वजन बढ़ने के कारण स्त्री और पुरुषों दोनों में मोटापे संबंधी कैंसर होने की आशंका 15 प्रतिशत बढ़ जाती है। अनुसंधानकर्ताओं ने तीन साल में अलग-अलग समय वयस्कों का दो या अधिक बार वजन का माप लिया। इसमें उन्हें कैंसर होने की आशंका से पहले का भी माप शामिल था।
उन्होंने कैंसर के जोखिम से संबंधित चयापचय कारकों की जांच करने के लिए 2006 में शुरू किए गए 'मी-कैन' अध्ययन के 220,000 व्यक्तियों के आकंड़ों का भी इस्तेमाल किया। इसमें नॉर्वे, स्वीडन और ऑस्ट्रिया के लगभग 5,80,000 प्रतिभागी शामिल थे। अध्ययन में कहा गया कि 27,881 लोग जिन्हें जांच के दौरन कैंसर होने का पता चला, उनमें से 9761 (35 प्रतिशत) मोटापे से ग्रस्त थे।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, सामान्य बीएमआई वाले प्रतिभागियों की तुलना में पहले और दूसरे स्वास्थ्य परीक्षण में 30 से अधिक 'बॉडी मास इंडेक्स' (बीएमआई) वाले मोटे प्रतिभागियों में मोटापे से संबंधित कैंसर विकसित होने का खतरा सबसे अधिक था। अध्ययन के सह-लेखक टोने बजॉर्ग ने कहा, 'पुरुषों में यह खतरा 64 प्रतिशत और महिलाओं में 48 प्रतिशत है।'

वजन कम करने के उपाय
- 2 सप्ताह में शरीर में सें वसा के 2 पाउंड निकालने के लिए रोजाना 100 कैलोरी कम करनी चाहिए।
- भोजन में ब्रैड, अनाज और अनाज से बना होना चाहिए। इसके अलावा अपनी डाइट में फल और सब्जियां. कम वसा वाली चीजें हों।
- फल,वेजीस और साबित अनाज का अधिक सेवन करें। इसके अलावा कम फाइबर और कम खाना खाएं।
- सभी प्रोटीन के बजाएं, हमेशा पतला प्रोटीन चुनें। यह वसा की मात्रा में वृद्धि कम करता है।
- सुबह उठने के 2 घंटे के भीतर ही नाश्ता करें।
- एक सप्ताह में केवल एक पाउंड ही एक्सट्रीम डाइट लें।
- पेट को भरा रखने के लिए हर चार घंटे में खाना खाएं और अपनी भूख को मिटाएं।
- वजन घटने के लिए सोडा, मिठाई और शराब से दूर रहें
- वजन घटने लिए करे अधिक पानी का सेवन
- जरूरत से खाने की आदत को छोड़ें और खाने की उतनी ही मात्रा लें, जितने में आपकी भूख संतुष्ट हो सकें।
