नवरात्रि व्रत में ये 6 टिप्स फॉलो करें डायबिटीज के मरीज, हमेशा कंट्रोल रहेगा ब्लड शुगर
By उस्मान | Published: October 11, 2018 01:03 PM2018-10-11T13:03:59+5:302018-10-11T13:03:59+5:30
इन दिनों व्रत में लोग कुट्टू और सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, मखाना, नट्स, आलू और फ्रूट्स जैसी चीजों का सेवन करते हैं। हालांकि डायबिटीज के मरीजों को व्रत के दौरान अतिरिक्त सावधान रहने की जरूरत होती है।
नवरात्रि का पर्व 10 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इस दौरान नौ दिन उपवास रखे जाते हैं। उपास के लिए विभिन्न रिवाज हैं जिन्हें लोग विभिन्न तरीकों से मानते हैं। नवरात्रि के उपवास की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन दिनों आप विभिन्न चीजों का सेवन कर सकते हैं। इन दिनों व्रत में लोग कुट्टू और सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, मखाना, नट्स, आलू और फ्रूट्स जैसी चीजों का सेवन करते हैं। हालांकि डायबिटीज के मरीजों को व्रत के दौरान अतिरिक्त सावधान रहने की जरूरत होती है। अगर उन्हें व्रत रखना है तो इस बात का ध्यान रखें कि ब्लड ग्लूकोज लेवल मेंटेन रहे। डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिश्ट शिखा ए शर्मा आपको बता रही हैं कि आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको कोई नुकसान न हो।
नवरात्रि के व्रत के दौरान डायबिटीज के मरीजों को अपना नॉर्मल डाइट प्लान फॉलो करना चाहिए। उन्हें अपने अनाज को कुट्टू का आटा या सिंघाड़ा के आटे से बदल देना चाहिए।
नवरात्रि उपवास के दौरान प्रोटीन स्रोत के लिए केवल दूध और पनीर का इस्तेमाल करें।
डायबिटीज के मरीज जौ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर चीज है।
इन दिनों सिंघाड़ा आटे का अधिक इस्तेमाल किया जाता है जिसमें सभी पोषक तत्व होते हैं। इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स है और इस प्रकार नवरात्रि उपवास के दौरान डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतर है।
नवरात्रि उपवास में आलू भी शामिल है। लेकिन आपको आलू खाने से बचना चाहिए। इसके बजाय वो दही के साथ रोटी खा सकते हैं और अपने खाने में सलाद शामिल कर सकते हैं।
आपको कुट्टू या सिंघाड़ा आटे की रोटी ही खानी चाहिए। इसके अलावा पूरी या पकौड़ी जैसी ऑयली चीजों से बचना चाहिए।