कमजोर दिल वाले हो जाए सावधान, अगर हुआ हार्ट हेल्थ खराब तो दिमाग भी हो जाएगा बुढ़ा, स्टडी में खुलासा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 31, 2022 16:30 IST2022-08-31T16:23:58+5:302022-08-31T16:30:46+5:30
जानकारों की माने तो बढ़ती उम्र के साथ हमारा दिमाग भी बढ़ता है। लेकिन अगर आपकी हार्ट हेल्थ खराब है तो समय से पहले आपका दिमाग बूढ़ा हो जाएगा।

फोटो सोर्स: Wikipedia CC (Both)
Health Tips in Hindi: उम्र के साथ जिस तरीके से हमारा शरीर कमजोर व बुढ़ा होता है, उसी तरीके से हमारा दिमाग भी बुढ़ा होता है। लेकिन कुछ लोगों का समय से पहले दिमाग कमजोर हो जाता है। इस तरीके से आपके दिमाग के कमजोर होने के पीछे कई कारण हो सकते है।
मेंटल हेल्थ इश्यू, गंभीर बीमारियां और बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल जैसे कुछ कारण है जिससे समय से पहले आपका दिमाग बुढ़ा हो जाता है। यही नहीं हाल के एक स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि खराब हार्ट हेल्थ या दिल की बीमारी के कारण भी आपका दिमाग समय से पहले बूढ़ा हो सकता है।
आपको बता दें कि कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ और ब्रेन की एजिंग प्रोसेस में सीधा कनेक्शन होता है। ऐसे में हम अपने दिल का ख्याल रख कर अपने दिमाग को भी फिट रख सकते है। तो ऐसे में इस नए स्टडी में क्या नया खुलासा हुआ है और इससे हमारे हेल्थ पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानने की कोशिश करते है।
क्या हुआ खुलासा
मेडिकल न्यूज टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में एक स्टीडी की गई है जिसमें 456 लोगों के डेटा को शामिल किया गया था। ये लोग 1946 के एक ही सप्ताह में पैदा हुए थे। इन लोगों के पैदा होने के बाद 24 अलग-अलग आकलन किए थे और इसके बाद फाइनल रिपोर्ट निकाला गया है।
इस स्टडी में यह पाया गया है कि ब्रेन प्रीडिक्टेड एज डिफरेंस (brain PAD) कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ और न्यूरोडीजेनरेशन के साथ सीधा कनेक्शन होता है। यही नहीं इसमें यह भी पाया गया है कि ब्रेन की एज हाई हार्ट रिस्क और पुअर कॉग्निटिव परफॉर्मेंस से जुड़ी हुई थी।
ऐसे में हमारे दिमाग की उम्र न्यूरोफिलामेंट लाइट प्रोटीन (NFL) से जुड़ी हुई थी, इसका भी स्टडी में खुलासा हुआ है। जो लोग फिट है उनमें भी बढ़ते उम्र में एनएफएल का स्तर बढ़ता है जिससे उनका नर्व डैमेज होता है।
दिल के कारण दिमाग भी होता है प्रभावित
इस स्टडी के खुलासे के बाद यह कहा जा सकता है कि जिन लोगों का दिल कमजोर व बुढ़ा होता है, उनका दिमाग भी कमजोर होने लगता है। यही नहीं शरीर में सही मात्रा में ऑक्सिजनेटेड ब्लड न पहुंचने के कारण भी आप में कई बीमारियों का खतरा बनने लगता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)