Summer Health Tips: गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और साल 2025 में भारत में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस साल गर्मी अपना कहर अधिक बरपाने वाली है जिसके लिए लोगों का पहले से ही स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है। हीटवेव के समय कुछ खाद्य पदार्थ हमें गर्मी में असहज, पेट फूला हुआ और यहाँ तक कि निर्जलित भी महसूस करा सकते हैं। बेहोशी, दौरे, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, कमज़ोरी या चक्कर आना, तेज़ साँस लेना, मतली और उल्टी जैसी गर्मी से संबंधित बीमारियों के संकेतों और लक्षणों पर नज़र रखना भी ज़रूरी है।
ऐसे में गर्मियों में बीमार होने से बचने के लिए हम कुछ आदतों में सुधार करके इससे निपट सकते है। आइए जानते है कि हमें गर्मियों में क्या क्या नहीं खाना चाहिए...
1- तला हुआ वसायुक्त भोजन: तला हुआ और वसायुक्त भोजन खाने से आप गर्मी के मौसम में सुस्त और असहज महसूस कर सकते हैं। अब समय आ गया है कि आप अपने फ्रेंच फ्राइज़, बर्गर, पिज़्ज़ा, समोसा, वड़ा की जगह कुछ और खाएँ।
2- लाल मांस और अन्य: अगर आप मांसाहारी भोजन के शौकीन हैं, तो लाल मांस, मटन, पोर्क, बीफ आदि का सेवन कम करने का समय आ गया है, क्योंकि ये गर्मियों में शरीर में अतिरिक्त गर्मी पैदा करते हैं। अंडे भी सीमित मात्रा में खाएँ।
3- मीठा भोजन: मीठा भोजन और पेय डिहाइड्रेशन और ऊर्जा की कमी का कारण बन सकते हैं, इसलिए अपने सेवन को सीमित करना सबसे अच्छा है। उच्च चीनी सामग्री वाले मिल्कशेक, जमे हुए डेसर्ट, कैंडी और मिठाइयाँ, अतिरिक्त चीनी वाले फलों के रस, टेट्रा पैक फलों के रस आदि से बचें।
4- मसालेदार भोजन: गर्मी के मौसम में अपने आहार का प्रबंधन करना ज़रूरी है। मसालेदार भोजन शरीर के तापमान को बढ़ा सकता है और आपको और भी ज़्यादा पसीना दिला सकता है। अपने आहार को ठंडा और हल्का रखने की कोशिश करें जो आपको तरोताज़ा रखने में भी मदद करेगा।
5- सोडा/एरेटेड ड्रिंक्स: जब आप धूप में हों या घर पर हों, तो एरेटेड ड्रिंक्स या सोडा न पिएं। एरेटेड ड्रिंक्स में अक्सर कैफीन और चीनी होती है, जो दोनों ही डिहाइड्रेशन में योगदान कर सकते हैं। एरेटेड ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन आपके शरीर के तापमान को बढ़ा सकता है, जिससे आपको गर्मियों में ज़्यादा गर्मी लगती है। एरेटेड ड्रिंक्स की जगह छाछ, लस्सी, शिकंजी, नींबू पानी, नारियल पानी, बिना चीनी वाले ताज़े जूस पिएं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत आर्टिकल में मौजूद सलाह और जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है लोकमत हिंदी इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। सटीक जानकारी के लिए कृपया विशेषज्ञ की सलाह आवश्य लें।)