खाना शुरू कर दें ये 8 चीजें, बुढ़ापे तक नहीं होगी हड्डियों के कमजोर और खोखला होने की ये बीमारी
By उस्मान | Published: October 28, 2019 02:58 PM2019-10-28T14:58:28+5:302019-10-28T14:58:28+5:30
यह समस्या बहुत आम हो गई है। कम उम्र के युवा भी इसके चपेट में आ रहे हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह खराब खानपान और खराब जीवनशैली है।
ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी का चयापचय रोग है, जो हड्डियों के घनत्व में कमी से होता है। आसान भाषा में कहें, तो एक ऐसी समस्या है, जिसमें कैल्शियम की कमी के कारण हमारी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इस रोग में हड्डियों के फ्रैक्चर का अधिक खतरा होता है।
डब्ल्यूएचओ की हालिया रिपोर्ट के अनुसार हार्ट डिजीज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बीमारी है। दुर्भाग्यवश इस रोग के शुरूआती संकेत और लक्षण दिखाई नहीं देते हैं और मरीज की 'बोन मास' व 'बोन टिश्यू' (जो हड्डियों की ताकत होती है) का निरंतर ह्रास होता है।
इस वजह से धीरे-धीरे हड्डियां कमजोर और खोखली होती चली जाती हैं। आजकल यह समस्या बहुत आम हो गई है। कम उम्र के युवा भी इसके चपेट में आ रहे हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह खराब खानपान और खराब जीवनशैली है।
ऑस्टियोपोरोसिस कारण
एक्सपर्ट के अनुसार, शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेने वाले लोगों को इसका सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसके अलावा जेनेटिक फैक्टर, प्रोटीन, विटामिन डी और कैल्शियम की भी शरीर में कमी इस रोग से व्यक्ति को जकड़ लेती है। ज्यादा ड्रिंक्स के सेवन के साथ स्मोकिंग, डायबीटीज, थायरॉइड जैसी बीमारियों के साथ महिलाओं में जल्दी पीरियड्स खत्म होना या मेनोपॉज की स्थिति में यह समस्या हो सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के उपाय
1) कैल्शियम और प्रोटीन
खाने में कैल्शियम और प्रोटीन युक्त पदार्थों को शामिल करें। हर रोज कम से कम 15-20 मिनट धूप में जरूर बैठें। हर रोज कम से कम 45 मिनट व्यायाम करें या खेलें। धूम्रपान और शराब से दूर रहें।उम्र 40 पार है और हल्की चोट पर फ्रैक्चर होने पर बोन डेंसिटी टेस्ट करवाएं।
2) सहजन
कैल्शियम की कमी दूर करने में सहजन भी बहुत कारगर होता है, ऐसा माना जाता है की 100 ग्राम सहजन में 5 गिलास दूध के बराबर कैल्शियम होता है, कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए आप सहजन की पत्ती और इसके फल का सेवन कर सकते हैं।
3) रागी
रागी एक प्रकार का अनाज होता है, जो कैल्शियम से भरपूर होता है, रागी के आटे से बनी रोटियां या परांठे का सेवन करने से कैल्शियम की कमी दूर होती है और हड्डियां मजबूत बनती हैं।
4) मशरूम
मशरूम के अंदर काफी मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसीलिए आप लोग महीने में कम से कम 4 दिन मशरूम का सेवन जरूर करें।
5) फिजिकल एक्टिविटी
हड्डियों का विकास 30-32 साल तक होता है और 42 से 45 साल तक हड्डियां स्थिर होती हैं। 45 साल के बाद इन पर उम्र का असर पड़ने लगता है। यह कमजोर होने लगती हैं। 30 साल की उम्र से पहले एक्सरसाइज और अन्य फिजिकल एक्टिविटी के साथ बेहतर डाइट लेने से हड्डियों को लंबे समय तक मजबूत रखा जा सकता है।
6) हरी बीन्स
अन्य सब्जियों की तरह, हरी बीन्स विटामिन ए, सी, और के, और फोलिक एसिड, फाइबर, पोटेशियम और फोलेट का एक बेहतर स्रोत है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इस हरी सब्जी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जिन्हें कैटेचिन के रूप में भी जाना जाता है। इससे आपको हार्ट डिजीज, कैंसर और डायबिटीज को रोकने में मदद मिलती है।
7) अंडे
अगर कोई व्यक्ति मांसाहारी है, तो वह व्यक्ति अंडे का अंदर का पीला भाग खा सकता है। अंडे के पीले भाग के अंदर काफी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं।
8) संतरे का रस
सुबह के समय ऑरेंज जूस पीना शरीर के लिए सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है। यह शरीर में सभी कमी को पूरी करता है तथा शरीर को हमेशा फिट रखता है।