लाइव न्यूज़ :

एक बार स्तन कैंसर हो जाए तो स्वस्थ रहने के लिए क्या करना चाहिए, बेहतर रहने के लिए अपनाएं ये 5 आदतें

By भाषा | Updated: October 20, 2022 17:46 IST

आपको बता दें कि जिन लोगों ने रात के भोजन और अगले दिन के नाश्ते के बीच में 13 घंटे से कम का अंतर रखा, उन्हें 13 या अधिक घंटों का अंतर रखने वाली महिलाओं की तुलना में - स्तन कैंसर के निदान के बाद, इसके वापस आने का जोखिम 36% अधिक देखा गया है।

Open in App
ठळक मुद्देहर साल 20 हजार ऑस्ट्रेलियाई लोगों में स्तन कैंसर पाया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या होती है। ऐसे में स्तन कैंसर वाले मरीजों को व्यायाम करने और अच्छी नींद लेने की सलाह दी जाती है।

क्वींसलैंड: हर साल, 20,000 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं होती हैं, में स्तन कैंसर पाया जाता है। यदि आप उनमें से एक हैं या किसी को जानते हैं, तो अच्छी खबर यह है कि हर 100 में से 92 महिलाएं स्तन कैंसर के निदान के बाद पांच साल या उससे अधिक समय तक जीवित रह पाती हैं। 

लेकिन महिलाएं अक्सर अपने कैंसर के इलाज से होने वाले जीवन-परिवर्तनकारी दुष्प्रभावों से इतना अधिक हैरान और तकलीफ में होती हैं, जिसका असर कई वर्षों तक जारी रह सकता है और कई लोग ऐसे भी होते हैं जो दोबारा कैंसर होने के डर के साथ जीते हैं, भले ही वे पांच साल तक जीवित रहने की सीमा से आगे निकल गए हों। 

तो, स्तन कैंसर के निदान के बाद आप लंबा, स्वस्थ जीवन जीने की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं? 

1. ज्यादा चले और कम बैठे

शारीरिक रूप से सक्रिय रहें ज्यादा चलें फिरें और कम बैठें। आदर्श रूप से, कम से शुरूआत करके धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए सप्ताह में लगभग 150 मिनट (ढाई घंटे) नियोजित, नियमित व्यायाम करें। 

इसमें एरोबिक व्यायाम (जैसे चलना) और प्रतिरोध अभ्यास (जो विशिष्ट मांसपेशी समूहों को लक्षित करते हैं) का मिश्रण शामिल है, जो आपको थोड़ा मजबूत बनाने के लिए मध्यम या उच्च तीव्रता पर किया जाता है। अध्ययन से पता चला है कि लंबे समय तक जीने और कैंसर की पुनरावृत्ति की रोकथाम का व्यायाम के साथ गहरा संबंध है। 

और इसका समर्थन करने के लिए नैदानिक ​​परीक्षणों के कुछ प्रारंभिक साक्ष्य भी हैं। स्तन कैंसर से पीड़ित जो महिलाएं व्यायाम करती हैं और अधिक सक्रिय हैं, उनके जीवन की गुणवत्ता, ताकत और फिटनेस बेहतर होती है, और बीमारी के सक्रिय उपचार के दौरान उनपर कम और कम गंभीर दुष्प्रभाव होते हैं। 

2. अच्छा खाना खाएं

उच्च गुणवत्ता वाला आहार लें ऐसा देखा गया है कि बेहतर आहार - जिनमें सब्जियां, फल, फलियां, नट्स, साबुत अनाज और मछली का अधिक सेवन शामिल है - ग्रहण करने वाली महिलाएं स्तन कैंसर के निदान के बाद उन लोगों के मुकाबले लंबे समय तक जीवित रहती हैं, जो परिष्कृत या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और रेड मीट जैसा आहार लेते हैं। 

यह मुख्य रूप से स्तन कैंसर से मरने के जोखिम पर प्रत्यक्ष प्रभाव होने के बजाय अन्य स्वास्थ्य स्थितियों, जैसे हृदय रोग के जोखिम को कम करने पर एक अच्छे आहार के लाभ के कारण है। 

कई महिलाओं, विशेष रूप से वृद्ध महिलाओं या प्रारंभिक चरण के स्तन कैंसर वाले लोगों को वास्तव में उनके स्तन कैंसर की तुलना में हृदय रोग से मरने का अधिक जोखिम होता है। एक उच्च गुणवत्ता वाला आहार स्वस्थ शरीर के वजन और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। 

कैंसर के उपचार के दौरान विशिष्ट आहार (जैसे कि केटोजेनिक या कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार) और उपवास में रुचि बढ़ रही है। 

लेकिन सबसे हालिया दिशानिर्देशों में कहा गया है कि अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं है, जो यह बताते हों कि इनसे महत्वपूर्ण लाभ होते हैं। 2020 के एक अध्ययन के निष्कर्षों के बाद और अधिक शोध किया जा रहा है, जिसमें कीमोथेरेपी से पहले के दिनों में ‘‘उपवास जैसे आहार’’ (कम कैलोरी, कम प्रोटीन) का सुझाव दिया गया था, जिसने उपचार के प्रति बेहतर प्रतिक्रिया उत्पन्न की। 

हालांकि, आहार का अनुपालन मुश्किल था - अध्ययन में पांच में से केवल एक महिला अपने सभी कीमोथेरेपी उपचारों के दौरान यह उपवास जैसा आहार खाने में सक्षम थी। 

3. शरीर के वजन को कम या संतुलित रखें

स्वस्थ वजन बनाए रखें शरीर के अतिरिक्त वजन को भी स्तन कैंसर के निदान के बाद खराब माना गया है। लेकिन अभी तक इसके विपरीत दिखाने के लिए कोई नैदानिक ​​परीक्षण नहीं हुआ है कि स्तन कैंसर के निदान के बाद वजन घटाने से इसके उपचार में अधिक फायदा हो सकता है। इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए परीक्षण चल रहे हैं। 

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के बाद वजन बढ़ना आम बात है। इसके कारण जटिल हैं और अतिरिक्त वजन से उपचार के कुछ दुष्प्रभाव बदतर हो सकते हैं। 

स्तन कैंसर के उपचार के बाद महिलाओं के हमारे हालिया अध्ययन में पाया गया कि जब उन्हें मामूली मात्रा में वजन (उनके शरीर के वजन का 5%) कम करने में मदद दी गई, तो उन्होंने अपने जीवन की शारीरिक गुणवत्ता में सुधार किया और उनके दर्द के स्तर को कम किया। उन्होंने हृदय रोग और मधुमेह के अपने जोखिम को भी कम किया। 

इन सुस्थापित युक्तियों के अलावा, शोध का एक छोटा निकाय हमारे शरीर की घड़ी से संबंधित दो और व्यवहारों का सुझाव देता है, जो स्तन कैंसर के निदान के बाद स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। 

4. अच्छी और ज्यादा नींद लें

अच्छी नींद लें नींद में खलल की प्रवृत्ति- स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं में आम - आपके उपचार की अवधि समाप्त होने के बाद भी वर्षों तक बनी रह सकती है। स्तन कैंसर से पीड़ित ऐसी महिलाएं, जिन्हें नींद कम आती है या मुश्किल से आती है, उन महिलाओं की तुलना में कम जीती हैं, जो आराम से अपनी नींद पूरी करती हैं। 

हालांकि ज्यादा सोना हमेशा फायदेमंद हो, ऐसा भी नहीं है। प्रति रात नौ घंटे से अधिक सोना - सात से आठ घंटे की तुलना में - स्तन कैंसर के 48% बढ़े हुए जोखिम से जुड़ा है। 

लेकिन, अध्ययन अभी तक इसके संभावित कारणों का खुलासा नहीं कर पाए हैं। 

5. खाने के टाइमिंग का भी रखे ख्याल

जब आप खाते हैं तो सावधान रहें प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि आप कब खाते हैं, इसका भी असर पड़ता है। दिन के अंतिम भोजन (रात का खाना) और अगले दिन के पहले भोजन (नाश्ते) के बीच के समय में दूरी रखने से स्तन कैंसर की वापसी की संभावना कम हो सकती है। 

ऐसी महिलाएं जिन्होंने 13 घंटे से कम समय तक रात भर उपवास किया अर्थात जिन्होंने रात के भोजन और अगले दिन के नाश्ते के बीच में 13 घंटे से कम का अंतर रखा, उन्हें 13 या अधिक घंटों का अंतर रखने वाली महिलाओं की तुलना में - स्तन कैंसर के निदान के बाद, इसके वापस आने का जोखिम 36% अधिक देखा गया।

लेकिन अध्ययन के लेखकों ने उल्लेख किया कि यादृच्छिक परीक्षणों से इस बात की जांच करने की आवश्यकता है कि क्या रात में उपवास की मात्रा बढ़ाने से बीमारी का खतरा कम हो सकता है। 

कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए विश्व कैंसर अनुसंधान कोष ने तैयार की सूची 

बड़े बदलाव के लिए छोटे कदम विश्व कैंसर अनुसंधान कोष ने कैंसर के जोखिम को कम करने और कैंसर के वापस आने के जोखिम को कम करने के लिए सिफारिशों की एक सूची विकसित की है। लेकिन हमारे शोध में पाया गया है कि ज्यादातर महिलाएं अपने स्तन कैंसर के निदान के बाद इन सिफारिशों को पूरा नहीं कर रही हैं। 

स्तन कैंसर के बाद आदतों को बदलना भी कठिन हो सकता है, मुख्यतः थकान और तनाव के कारण। उपचार के बाद व्यायाम शुरू करना डराने वाला और परेशान करने वाला भी हो सकता है। 

व्यायाम करना भी शरीर के लिए है अच्छा

छोटे से शुरुआत करना एक अच्छा विचार है, उदाहरण के लिए: हर हफ्ते व्यायाम को 10 से 15 मिनट तक बढ़ाने का लक्ष्य रखें। व्यायाम के दौरान एक दोस्त के साथ होने से वास्तव में मदद मिलती है और जिन लोगों को स्तन कैंसर हुआ है उनके लिए बहुत सारे व्यायाम कार्यक्रम हैं। 

स्तन कैंसर के निदान के बाद व्यायाम करने के बारे में सामान्य प्रश्नों में शामिल हैं कि लिम्फोएडेमा की सूजन और परेशानी से कैसे बचा जाए, जो लगभग 20% स्तन कैंसर से बचे लोगों में विकसित होता है, जिनके लिम्फ नोड्स हटा दिए गए है। 

स्तन कैंसर इन बातों का जरूर रखे ध्यान

लोग व्यायाम के दौरान विग से होने वाली असुविधा या विकिरण से जलन के बारे में भी चिंता करते हैं। इस संबंध में विशिष्ट सलाह उपलब्ध है। व्यायाम लक्ष्यों के समान, एक संपूर्ण आहार के लिए प्रयास करने के बजाय, आप प्रत्येक सप्ताह अधिक सब्जियां खाने का लक्ष्य बना सकते हैं। 

यदि आप कैंसर के निदान या उपचार के बारे में चिंतित हैं, तो नींद चुनौतीपूर्ण हो सकती है, लेकिन हर रात अनुशंसित सात से नौ घंटे की नींद लेने के सुझावों में दिन में पहले व्यायाम करना, सोने से पहले कुछ खाने से बचना और अच्छी नींद शामिल है।  

टॅग्स :कैंसरकैंसर डाइट चार्टMental Healthहेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत