नई CRISPR आधारित सिस्टम से मलेरिया फैलाने वाले मच्छर हो सकते है खत्म! जानें तकनीक के बारे में
By आजाद खान | Published: July 10, 2023 05:30 PM2023-07-10T17:30:04+5:302023-07-10T17:54:25+5:30
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तकनीक को विकसित करने के बाद वे आगे भी इस पर काम करेंगे और इसे लेकर शोध जारी रखेंगे।
Health News: वैज्ञानिकों ने एक नई जीन-एडिटिंग तकनीक विकसित की है जो मलेरिया-फैलाने वाले मच्छरों को मिटा सकती है। इस तकनीक को लेकर यह कहा जा रहा है यह तकनीक अगर सफल हुआ तो यह मलेरिया के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस तकनीक को विकसित करने के बाद भी वे आगे इस पर काम जारी रखेंगे और इसे और विकसित करेंगे। गौरतलब है कि मलेरिया के केस भारत और अफ्रीका जैसे देशों में ज्यादा देखने को मिलती है।
क्या है यह तकनीक
बता दें कि इस तकनीक में मच्छरों के लिंग का निर्धारण करने वाले एक जीन को टारगेट किया जा रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, उन लोगों ने केवल पुरुष मच्छरों की एक जनसंख्या को तैयार किया है और इससे वे मलेरिया के फैलने को कम करने का दावा कर रहे है क्योंकि मलेरिया केवल महिला मच्छर ही फैलाती है और पुरुष मच्छरों का इससे कोई लेना देना नहीं है।
यही कारण है कि पुरुष मच्छरों की जनसंख्या तैयार की गई है। ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तकनीक के विकसित होने से मलेरिया-फैलाने वाले कीट संख्या में कमी हो सकती है। अभी फिलहाल शुरुआती जांच हुई है और इसमें इस तकनीक को सफल पाया गया है। यह तकनीक कितने देर तक असरदार रह सकता है और इससे वातावरण पर क्या असर पड़ेगा, इस पर भी अभी अध्ययन होना बाकी है।
तकनीक को सफलतापूर्वक लागू करने पर मिल सकते है अच्छे परिणाम
इस CRISPR आधारित सिस्टम को लेकर यह कहा जा रहा है कि अगर इसे सही से लागू किया गया तो यह सिस्टम मलेरिया से लड़ने में काफी कारगर साबित हो सकता है। बता दें कि हर साल पूरी दुनिया में हजारों लोग मलेरिया के कारण मरते है। ऐसे में इस तकनीक की कामयाबी के बाद मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी पर काफी हद तक काबू किया जा सकेगा।