Diet tips: बारिश में खूब बिक रहा है यह सस्ता फल, बस कुछ दिन खा लें, पथरी, गठिया, खून की कमी, शुगर जैसे 10 रोगों की होगी छुट्टी
By उस्मान | Published: August 18, 2020 11:11 AM2020-08-18T11:11:16+5:302020-08-18T11:11:16+5:30
इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय : बारिश के मौसम में इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है और यह फल शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है
बारिश का मौसम जारी है और इस मौसम में जामुन की अच्छी पैदावार होती है। खट्टा-मीठा जामुन किसी औषधि से कम नहीं है। इसके फल, छाल, पत्ते और गुठली भी औषधीय गुणों से भरे होते हैं। जामुन आपके इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करके आपको बरसाती रोगों से बचा सकता है।
इसके अलावा जामुन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करके डायबिटीज से बचाने में मदद करता है। इससे पाचन, पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है। एनीमिया से बचने और खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए जामुन का सेवन लाभप्रद है।
जामुन के पोषक तत्व
जामुन में लगभग वे सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। जामुन में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और पोटैशियम होता है। जामुन में ग्लूकोज और फ्रक्टोज पाया जाता है।
इसके अलावा यह मिनरल्स का भी बेहतर स्रोत है। 100 ग्राम जामुन में लगभग 62 किलो कैलौरी ऊर्जा, 1.2 मिली ग्राम आयरन, 15 मिली ग्राम कैल्शियम, 15 मिली ग्राम फास्फोरस 18 मिलीग्राम विटामिन सी, 48 माइक्रोग्राम कैरोटीन, 55 मिलीग्राम पोटेशियम, 35 मिली ग्राम मैग्नीशियम और 25 मिलीग्राम सोडियम पाया जाता है।
जामुन खाने के फायदे
जामुन का पका हुआ फल पथरी के रोगियों के लिए रोग निवारक दवा है। पथरी बन भी गई तो इसकी गुठली के चूर्ण का प्रयोग दही के साथ करने से लाभ मिलता है। जामुन का लगातार सेवन करने से लीवर में काफी सुधार होता है। कब्ज और उदर रोग में जामुन का सिरका उपयोग करें।
मुंह में छाले होने पर जामुन का रस लगाएं। उल्टी होने पर जामुन का रस सेवन करें। भूख नहीं लगने पर जामुन का सेवन लाभदाक होता है। यह पाचक भी है। मुंहासे होने पर जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। इस पावडर में थोड़ा सा गाय का दूध मिलाकर मुंहासों पर रात को लगा लें, सुबह ठंडे पानी से मुंह धोएं लाभ मिलेगा।
डायबिटीज के रोगियों के लिए भी जामुन अत्यधिक गुणकारी फल है। जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को खाने से डायबिटीज में लाभ होता है। गठिया के उपचार में भी जामुन बहुत उपयोगी है। इसकी छाल को खूब उबालकर बचे हुए घोल का लेप घुटनों पर लगाने से गठिया में आराम मिलता है।
जामुन के बीज के फायदे
डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान हैं जामुन के बीज
जामुन की गुठली डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जामुन के बीज शरीर में मधुमेह या शुगर के कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद जंबोलिन शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है और डायबिटीज लेवल को कंट्रोल या कम करता है।
दांत और मसूड़ों के रोग हो सकते हैं खत्म
अगर आप दांत और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याओं से परेशान हैं, तो जामुन के बीज आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं। आयुर्वेद के अनुसार जामुन की गुठली को पीसकर इससे मंजन करने से दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
पीरियड्स के दर्द से मिलती है राहत
पीरियड्स के दौरान दर्द और ऐंठन होना आम बात है। कई महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना भी करना पड़ता है। मासिक धर्म की समस्या और दर्द से राहत पाने के लिए आपको रोजाना एक चम्मच जामुन की गुठली का पाउडर लेने चाहिए।
शरीर के अंदर जमा गंदगी को करते हैं बाहर
जामुन के बीज फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं, यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो आपके शरीर से हानिकारक फ्री रैडिकल यानी शरीर के अंदर जमा गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए महत्वपूर्ण है।
खून की कमी को करते हैं पूरा
जामुन में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है, जिस वजह से यह एक नैचुरल ब्लड प्युरिफायर फ्रूट है। यह आपकी त्वचा के लिए भी अच्छा होता है। एनीमिया से पीड़ित लोगों को जामुन के बीज का रोजाना सेवन करना चाहिए। जिन रोगियों में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है, उन्हें रोजाना इसका सेवन करना चाहिए।