Monkeypox in africa: मंकीपॉक्स के प्रसार में समलैंगिक संबंध ‘प्रासंगिक नहीं’, अफ्रीका सीडीसी ने कहा-ये बेकार की बात
By भाषा | Updated: August 4, 2022 22:08 IST2022-08-04T22:06:34+5:302022-08-04T22:08:49+5:30
Monkeypox in africa: यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मंकीपॉक्स के जो मामले सामने आये हैं उनमें ज्यादातर समलिंगी एवं उभयलिंगी पुरुषों के हैं।

लोग बीमारी के बारे में देर से बता सकते हैं और रोकथाम संबंधी प्रयासों पर असर पड़ सकता है।
Monkeypox in africa: अफ्रीका की जन स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि वह नहीं जानती कि इस साल सामने आये मंकीपॉक्स के मामलों में कितने मामले ऐसे पुरूषों के हैं जिनके अन्य पुरूषों के साथ यौन संबंध हैं ।
उसने बृहस्पतिवार को ‘कलंकित करने जैसी किसी प्रवृति’ के विरुद्ध चेतावनी दी और कहा कि ऐसा करने से लोग बीमारी के बारे में देर से बता सकते हैं और रोकथाम संबंधी प्रयासों पर असर पड़ सकता है। यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मंकीपॉक्स के जो मामले सामने आये हैं उनमें ज्यादातर समलिंगी एवं उभयलिंगी पुरुषों के हैं।
हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह विषाणु ऐसे किसी भी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है जो किसी मरीज के भौतिक संपर्क में हो या उसके कपड़े या बेडशीट का उपयोग करता हो। अफ्रीका के सेंटर्स फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के कार्यकारी निदेशक अहमद ओगवेल ने संवाददाताओं से कहा कि लेकिन ‘‘वह संकेतक (समलैंगिक संबंध) अफ्रीकी संदर्भ में प्रासंगिक नहीं है।’’
अफ्रीका के 54 देशों में से कई में आपसी सहमति से बनने वाले समलैंगिक संबंध कुछ हद तक अपराध की श्रेणी में है। ओगवेल से पूछा गया कि यदि उनकी एजेंसी के पास आंकड़ा नहीं है तो कैसे एक पुरूष के अन्य पुरूष के साथ यौन संबंध के मुद्दे को इस रुढ़िवादी महाद्वीप में इस महामारी के कारक होने की संभावना से इनकार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह यहां कोई मुद्दा ही नहीं है। और स्पष्ट कहूं तो हम इसे मुद्दा बनाना भी नहीं चाहते क्योंकि हमारे पास प्रबंधन के लिए गंभीर बीमारी है और हम उस चर्चा में नहीं पड़ना चाहते जो हमारा ध्यान अन्यत्र खींच ले जाएगा।’’