Health Tips: धीरे-धीरे शरीर का खून सूखाकर आपको एनीमिया का मरीज बना सकती हैं ये 5 गलतियां
By उस्मान | Updated: December 9, 2020 10:29 IST2020-12-09T10:21:57+5:302020-12-09T10:29:05+5:30
खून की कमी से बचने के उपाय : जानिये खून की कमी यानी एनीमिया से बचने के लिए क्या खाना चाहिए और किन गलतियों से बचना चाहिए

एनीमिया के कारण
प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन जैसे पोषक तत्वों की तरह आयरन भी शरीर के लिए जरूरी होती है। यह तत्व शरीर में खून बनाता है। शरीर में आयरन की कमी होने से एनीमिया सहित कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
आयरन की कमी होने से खून में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है। इसकी वजह से शरीर लाल रक्त कोशिकाओं में पर्याप्त हीमोग्लोबिन का उत्पादन नहीं कर सकता है। दरअसल यह शरीर सभी हिस्सों में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है।
आयरन की कमी होने पर आप थकान, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द या चक्कर आना, पीरियड्स में हैवी फ्लो, सांस की कमी, दिल की घबराहट, पीलापन, रूखी त्वचा और बाल, भभंगुर नाखून आदि जैसे गंभीर लक्षण महसूस कर सकते हैं।
शरीर में खून की कमी सिर्फ आयरन की वजह से नहीं होती है बल्कि ऐसे कई कारक हैं जो यह काम करते हैं इसलिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। चलिए जानते हैं किन गलतियों की वजह से आप एनीमिया का शिकार हो सकते हैं।
शराब का सेवन
शराब का सेवन लिवर सिरोसिस, कैंसर, हार्ट डिजीज, डिमेंशिया, अवसाद, दौरे, गाउट, हाई ब्लड प्रेशर, संक्रामक रोग, तंत्रिका क्षति, अग्नाशय और कई अन्य बीमारियों से जुड़ा हुआ है। क्या आप जानते हैं कि यह एनीमिया का भी जोखिम बढ़ा सकता है।
शराब छोटी आंत में फोलेट अवशोषण को कम कर सकती है। फोलेट एक बी-विटामिन है जो डीएनए और कोशिका विभाजन बनाने में महत्वपूर्ण है। फोलेट की कमी होने से यह कोशिका विभाजन को सीमित करता है जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को प्रभावित करता है जिसके परिणामस्वरूप एनीमिया होता है।
विटामिन बी-12 की कमी
आपके तंत्रिका कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में विटामिन बी-12 आवश्यक है। फोलेट की तरह, यह विटामिन डीएनए और आरएनए उत्पादन में महत्वपूर्ण है। फोलेट के साथ विटामिन बी-12 भी लाल रक्त कोशिका के उत्पादन और शरीर में आयरन के कार्यों को बढ़ाने में मदद करता है। यदि आप पर्याप्त विटामिन बी 12 का उपभोग नहीं करते हैं, तो यह लाल रक्त कोशिका उत्पादन को कम कर देगा, जिससे एनीमिया हो सकता है।
किडनियों की देखभाल नहीं करना
आपकी किडनी मुख्य रूप से फिल्टर के रूप में कार्य करती है। यह आपके शरीर में घूम रहे रक्त और तरल पदार्थों को साफ करती है और फिर आपके मूत्र के माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है। इसके अलावा किडनी द्रव संतुलन बनाए रखती हैं और शरीर में रक्तचाप और अम्लता को नियंत्रित करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि किडनी लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए अस्थि मज्जा को उत्तेजित करती हैं। हेल्दी किडनी सामान्य रूप से एरिथ्रोपोइटिन (ईपीओ) का उत्पादन करती हैं और शरीर के रसायन जो अस्थि मज्जा में लाल रक्त कोशिका के उत्पादन को बढ़ाते हैं। यदि किडनी खराब हो जाती हैं तो अस्थि मज्जा कम लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करेगा। इसके परिणामस्वरूप एनीमिया होगा।
पेट की समस्याओं को नजरअंदाज करना
कई आंतों के विकार आपकी छोटी आंत में पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित करते हैं जैसे क्रोहन रोग, सीलिएक रोग, आंत्र सिंड्रोम और अन्य सभी आंत्र सूजन संबंधी विकार, जो एनीमिया होने का खतरा बढ़ाते हैं।
आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से सभी पोषक तत्व आंत में अवशोषित हो जाते हैं और फिर यह रक्त में चला जाता है जिसके द्वारा रक्त पूरे शरीर में पहुंचाता है। यदि आपका पेट खराब है, तो इससे आपके रक्त को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्वों के अवशोषण पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा या लाल रक्त कोशिका का उत्पादन कम होगा।
आयरन से भरपूर चीजों का सेवन
आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि क्या आप रोजाना आयरन से भरपूर चीजों का सेवन कर रहे हैं या नहीं। आपको अपनी डाइट में सीप, मांस, सार्डिन, टूना, मैकेरल और चिकन शमी करना चाहिए। यदि आप शाकाहारी हैं, तो टोफू, सोयाबीन, दाल, बीन्स, कद्दू, मटर, नट्स तिल, पालक, टमाटर प्यूरी, शतावरी, आलू, शलजम, खुबानी और केल जैसी चीजों को डाइट में शामिल करें।



