मेयोनीज, चिप्स और कुकीज हैं भारत में मधुमेह दर बढ़ने का कारण, जानिए क्यों?
By मनाली रस्तोगी | Updated: October 9, 2024 14:59 IST2024-10-09T14:58:22+5:302024-10-09T14:59:51+5:30
भारत डायबिटीज की राजधानी बनता जा रहा है। इसका मुख्य कारण खराब जीवनशैली और खानपान को माना जाता है। अब डायबिटीज को लेकर एक रिसर्च सामने आई है जिसमें बताया गया है कि किन चीजों को खाने से लोग डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं।

मेयोनीज, चिप्स और कुकीज हैं भारत में मधुमेह दर बढ़ने का कारण, जानिए क्यों?
पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ने लगे हैं। जीवनशैली में बदलाव और खान-पान में लापरवाही से सेहत पर बुरा असर पड़ने लगा है। यही कारण है कि भारत डायबिटीज की राजधानी बनता जा रहा है।
हाल ही में मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और आईसीएमआर के एक क्लिनिकल ट्रायल से पता चला है कि चिप्स, कुकीज, केक, तले हुए खाद्य पदार्थ और मेयोनीज जैसी चीजों के सेवन से डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
शोध में कहा गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के कारण भारत दुनिया की डायबिटीज राजधानी बनता जा रहा है। शोध में 38 लोगों को शामिल किया गया और उन पर क्लिनिकल ट्रायल किया गया। यह पाया गया कि चिप्स, कुकीज़, केक, तले हुए खाद्य पदार्थ और मेयोनीज जैसी चीजें उन्नत ग्लाइकेशन अंत उत्पादों (एजीई) से भरपूर हैं। ये सीधे अग्न्याशय को प्रभावित करते हैं।
भारत डायबिटीज की राजधानी बनता जा रहा है
शोध में 38 मोटे लोगों को शामिल किया गया। जिसमें से डायबिटीज से पीड़ित लोगों को एक अलग समूह में रखा गया था. इसमें एक समूह को 12 सप्ताह तक कम एजीआई वाला भोजन दिया गया जबकि दूसरे समूह को उच्च एजीआई वाला भोजन दिया गया. इसमें लोगों में ग्लूकोज और लिपिड मेटाबॉलिज्म के साथ-साथ ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन पर कम और उच्च AGE भोजन के प्रभाव की जांच की गई।
ये चीजें बढ़ाती हैं डायबिटीज का खतरा
शोध में शामिल डॉक्टरों ने बताया कि पिछले कुछ सालों में भारत में खान-पान की आदतों में काफी बदलाव आए हैं। जिसमें कार्बोहाइड्रेट, वसा, नमक, चीनी और पशु उत्पादों की खपत तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर व्यायाम की कमी और खराब जीवनशैली भी डायबिटीज का कारण बन रही है।
भोजन में एजीआई का स्तर कम कैसे रखें?
आप चाहें तो खाने का AGE लेवल आसानी से कम रख सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि खाने को तलने, भूनने या उबालने के बाद ग्रिल करने से बचें। ज्यादा घी या तेल खाने से बचें. अधिक फल, सब्जियां, हरी पत्तेदार सब्जियां और साबुत अनाज खायें। सूखे मेवे, भुने हुए अखरोट, सूरजमुखी के बीज, तला हुआ चिकन और बेकन जैसी चीजें कम खाएं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों की Lokmat Hindi News पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।)