भारतीय मूल की टीनेजर ने खोजा जानलेवा कैंसर का इलाज, अमेरिका की धरती पर मिला बड़ा सम्मान
By उस्मान | Published: March 4, 2019 03:58 PM2019-03-04T15:58:57+5:302019-03-04T16:44:49+5:30
मस्तिष्क कैंसर ब्रेन कैंसर (Brain cancer) जैसी खतरनाक बीमारी के इलाज में एक नई खोज करने वाली 19 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्रा काव्या कोप्पारपु (Kavya Kopparapu) को नेशनल स्टेम एजुकेशन अवार्ड (National STEM (Science, Technology, Engineering and Math) Education Award) से सम्मानित किया गया है।
मस्तिष्क कैंसर ब्रेन कैंसर (Brain cancer) जैसी खतरनाक बीमारी के इलाज में एक नई खोज करने वाली 19 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्रा काव्या कोपरपापू (Kavya Kopparapu) को नेशनल स्टेम एजुकेशन अवार्ड (National STEM (Science, Technology, Engineering and Math) Education Award) से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान उन्हें ब्रेन कैंसर के सबसे घातक रूप ग्लियोब्लास्टोमा (glioblastoma) के उपचार में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किए गए उनके ग्राउंड-ब्रेकिंग आविष्कार के लिए दिया गया है। अवार्ड के साथ उन्हें 7 लाख रुपये भी दिए गए हैं। काव्या फिलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस एंड बायोलॉजी की पढ़ाई कर रही हैं।
ब्रेन कैंसर के इलाज में की है ये खोज
काव्य ने GlioVision का आविष्कार किया है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा संचालित दवा का एक सटीक मंच है, जो डीएनए नमूने के बजाय बायोप्सी की स्कैन की गई इमेज का उपयोग करके पारंपरिक तरीकों के समय और लागत में ब्रेन ट्यूमर विशेषताओं की भविष्यवाणी करता है। यह खोज कैंसर के रोगियों के उपचार का एक बड़ा कदम साबित होगी।
काव्या एक सामाजिक उद्यमी, काव्या एक गैर-लाभकारी संगठन, गर्ल्स कंप्यूटिंग लीग की संस्थापक और सीईओ है, जिसने कंप्यूटर विज्ञान प्रोग्रामिंग के लिए के लिए काम करती है। एक अनुभवी वक्ता होने के साथ वो स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूशन, नासा कैनेडी स्पेस सेंटर और कई एआई सम्मेलनों में हिस्सा ले चुकीं हैं।