भारत में फिर कोरोना पसार रहा है पैर! 24 घंटे में 524 नए मामले, 113 दिन बाद सबसे ज्यादा केस
By विनीत कुमार | Published: March 12, 2023 11:10 AM2023-03-12T11:10:19+5:302023-03-12T11:50:54+5:30
भारत में कोरोना के 500 से अधिक मामले सामने आए हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,618 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना के पिछले 24 घंटे में 524 नए मामले सामने आए हैं। 113 दिनों के बाद देश में कोरोना के एक दिन में सामने आए ये सबसे ज्यादा केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह ये जानकारी दी गई। इसी के साथ देश में एक्टिव या उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,618 हो गई है। वहीं, केरल में संक्रमण से एक मरीज की मौत होने से मृतकों की संख्या 5,30,781 पर पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4.46 करोड़ (4,46,90,492) हो गई है। कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत दर्ज की गई है। वहीं, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,56,093 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक वैक्सीन की 220.64 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
केंद्र ने कल ही किया था राज्यों को आगाह
इससे पहले शनिवार को ही केन्द्र ने कुछ राज्यों में कोविड-19 संक्रमण दर में क्रमिक बढ़ोतरी को लेकर चिंता जताई थी की और कहा कि इससे तुरंत निपटने की जरूरत है।
केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों के रूप में पेश होने वाले श्वसन संबंधी रोगों की एकीकृत निगरानी के लिए दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया। राज्यों से दवाओं और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता, कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण जैसी अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेने का भी अनुरोध किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शनिवार को लिखे एक पत्र में कहा है, 'हालांकि पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 के मामले कम होते जा रहे है लेकिन कुछ राज्यों में कोविड-19 संक्रमण दर में क्रमिक वृद्धि हुई है जो चिंता का एक मुद्दा है और इससे तेजी से निपटा जाना चाहिए।'
भूषण ने कहा कि नए मामलों की कम संख्या, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में कमी और कोविड-19 टीकाकरण के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद, सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जांच, इलाज और टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन किये जाने की जरूरत है।