दिल्ली में बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं मिलेगी पेनकिलर, सरकार ने केमिस्टों को दी सख्त हिदायत
By अंजली चौहान | Published: July 21, 2023 10:49 AM2023-07-21T10:49:21+5:302023-07-21T10:53:20+5:30
डेंगू के मामलों में वृद्धि के बीच, दिल्ली सरकार ने दवा विक्रेताओं से एस्पिरिन, इबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाएं बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं बेचने का आदेश दिया है।
नई दिल्ली: मानसून के महीने में भारी बारिश के बाद कई मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम डेंगू, मलेरिया और हैजा जैसी गंभीर बीमारियों के कारण अस्पतालों में लोगों की भीड़ जमा रहती है।
ऐसे में दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने शहर के सभी रासायनिक संघों से डॉक्टर की सलाह के बिना एस्पिरिन और इबुप्रोफेन जैसी दवाएं बेचने से परहेज करने को कहा है।
विभाग ने केमिस्ट दुकान मालिकों को इन दर्द निवारक दवाओं का रिकॉर्ड रखने की भी सलाह दी है। विभाग ने 19 जुलाई को जारी अपनी एडवाइजरी में कहा कि बरसात के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जनहित में यह वांछित है कि डेंगू के मौसम के दौरान, इबुप्रोफेन और डिक्लोफेनाक समूह की दवाओं (जो मानव रक्त में प्लेटलेट्स के विनाश का कारण बनती हैं) को केवल एक पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर के नुस्खे पर बेचने के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है।
ऐसे में खुदरा दवा विक्रेताओं को सलाह दी जाती है कि वे अगले निर्देशों तक तत्काल प्रभाव से एस्पिरिन, इबुप्रोफेन और डिक्लोफेनाक समूह की दवाओं जैसे एनएसएआईडी (नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं) की ओवर-द-काउंटर बिक्री में शामिल न हों। उन्हें इस श्रेणी के अंतर्गत आने वाली दर्द निवारक दवाओं के स्टॉक का रिकॉर्ड रखने की भी सलाह दी जाती है।
निर्देश न मानने पर कड़ी कार्रवाई
दिल्ली सरकार की ओर विभाग ने सलाह का उल्लंघन करते पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। विभाग ने 19 जुलाई को जारी अपने परामर्श में कहा कि बरसात के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
ऐसी संभावना है कि मानसून से पहले और बाद के मौसम में मामलों की संख्या बढ़ सकती है, जिस पर बहुत सख्ती से निगरानी की जानी चाहिए।
पेनकिलर से खतरा
जानकारी के अनुसार, डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि ऐसी दवाओं का अनियंत्रित उपयोग वेक्टर-जनित रोगों के रोगियों के लिए घातक साबित हो सकता है। चिकित्सक विशेषज्ञों का कहना है कि ये दवाएं, आमतौर पर दर्द और सूजन को प्रबंधित करने के लिए उपयोग की जाती हैं लेकिन मानव रक्त में प्लेटलेट विनाश का कारण पाई गई हैं।
इन दवाओं का नियंत्रित उपयोग जरूरी है क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया आदि बुखार के साथ-साथ शरीर में दर्द का कारण बनते हैं। ऐसे में ऐसी दर्द निवारक दवाओं से बचना चाहिए, लेकिन यदि बहुत आवश्यक हो, तो उन्हें केवल एक योग्य डॉक्टर द्वारा निर्धारित खुराक के अनुसार ही लिया जाना चाहिए।