HMPV Cases in India: गुजरात में एचएमपीवी के लिए बनाए गए आईसोलेशन वॉर्ड, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
By अंजली चौहान | Updated: January 8, 2025 08:52 IST2025-01-08T08:50:18+5:302025-01-08T08:52:07+5:30
HMPV Cases in India: गुजरात के तीन शहरों में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड

HMPV Cases in India: गुजरात में एचएमपीवी के लिए बनाए गए आईसोलेशन वॉर्ड, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
HMPV Cases in India: चीन में तेजी से फैल रहा एचएमपीवी वायरस अब भारत में अपने पैर पसारने लगा है। भारत के विभिन्न राज्यों में अब तक एचएमपीवी के पांच से छह मामले सामने आए है जिसमें गुजरात राज्य भी शामिल है। गुजरात में एचएमपीवी के एक मामले का पता चलने के बाद राज्य सरकार इससे निपटने के लिए तैयार हो रही है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एहतियात के तौर पर गांधीनगर, अहमदाबाद और राजकोट के सिविल अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं।
यह घटनाक्रम राज्य सरकार द्वारा अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती दो महीने के बच्चे में करीब दो सप्ताह पहले एचएमपीवी संक्रमण का पता चलने के एक दिन बाद हुआ है। तीन बड़े अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए गांधीनगर, अहमदाबाद और राजकोट के तीन बड़े सिविल अस्पतालों में 15-15 बेड (कुल 45) वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। बयान में कहा गया है कि ये सभी वार्ड फिलहाल खाली हैं क्योंकि संदिग्ध (एचएमपीवी) संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने एक परिपत्र जारी कर सभी सरकारी अस्पतालों से (एचएमपीवी) मामलों से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि एचएमपी वायरस का पता लगाने में तेजी लाने के लिए आने वाले दिनों में अतिरिक्त जांच किट खरीदी जाएंगी और इन अस्पतालों को वितरित की जाएंगी।
सिविल अधीक्षक डॉ राकेश जोशी ने कहा, "हमने भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 15 बिस्तरों वाला आइसोलेशन वार्ड बनाया है। चूंकि इस संक्रमण के लिए कोई विशिष्ट टीका या दवा नहीं है, इसलिए रोगियों को उनके लक्षणों के अनुसार उपचार दिया जाएगा। हमारा स्टाफ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमने जांच के लिए परीक्षण किट भी खरीदे हैं।"
स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने सोमवार को कहा कि उनके विभाग ने 4 जनवरी को एक बैठक की और राज्य के मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जनों, उप-जिला अस्पतालों के अधीक्षकों को वायरस से संबंधित मामलों पर पूरा ध्यान देने का निर्देश दिया।
एडवाइजरी जारी
स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी भी जारी की है जिसमें लोगों से छींकते समय अपना चेहरा ढकने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने, फ्लू से संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखने, पर्याप्त नींद लेने और जितना संभव हो उतना पानी पीने और किसी भी श्वसन संबंधी समस्या के लिए डॉक्टर से संपर्क करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया है कि एचएमपीवी पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में प्रचलन में है और विभिन्न देशों में वायरस से जुड़ी श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं।
इसके अलावा, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर, देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है, यह कहा गया है।
HMPV के लक्षण
HMPV एक श्वसन रोग है जो फ्लू या सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन इससे जोखिम बढ़ सकता है या ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी अधिक गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं, खासकर बुजुर्गों, छोटे बच्चों और प्रतिरक्षाविहीन लोगों में।