हर्निया: जानिये इस दर्दनाक बीमारी के कारण, लक्षण, बचाव, इलाज, क्या खायें और क्या नहीं
By उस्मान | Updated: May 22, 2019 11:12 IST2019-05-22T11:12:40+5:302019-05-22T11:12:40+5:30
हर्निया सबसे अधिक पेट में होता है। हालांकि, वे आपकी ऊपरी जांघ, कमर और पेट के निचले हिस्से में भी हो सकता है। हालांकि हर्निया जानलेवा नहीं है लेकिन कई मामलों में जटिलताओं को रोकने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

फोटो- पिक्साबे
क्या आपकी कमर या पेट पर किसी तरह की कोई गांठ बनी हुई है? क्या कोई शारीरिक गतिविधि के दौरान आपको इस गांठ में दर्द होता है? इसका मतलब हो सकता है कि आप हर्निया से पीड़ित हों। हर्निया का मतलब है कि आपके शरीर में कोई मांसपेशी कमजोर या घायल हो गई है। दरअसल यह एक ऐसे बीमारी है, जिसमें शरीर के किसी अंग का सामान्य से अधिक विकास होने लगता है। इस रोग में असहनीय दर्द होता है। कई लोग समझते हैं कि हर्निया सिर्फ पुरुषों को ही होता है, मगर ऐसा नहीं है। हर्निया महिला, पुरुष, बच्चे, बूढ़े किसी को भी हो सकता है।
हर्निया सबसे अधिक पेट में होता है। हालांकि, वे आपकी ऊपरी जांघ, कमर और पेट के निचले हिस्से में भी हो सकता है। हालांकि हर्निया जानलेवा नहीं है लेकिन कई मामलों में जटिलताओं को रोकने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि कुछ सावधानियां बरतकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
हर्निया के लक्षण
हर्निया का पहला और सबसे महत्वपूर्ण लक्षण प्रभावित क्षेत्र में एक गांठ का बनना है। हर्निया की गांठ खासकर पेट के निचले हिस्से में अधिक बनती है। इसके होने से आपको खड़े होते, नीचे झुकते हैं, या खांसी समय काफी दर्द हो सकता है। अगर किसी छोटे बच्चे को हर्निया है, तो आप उसे बार-बार रोता हुआ पाएंगे। इसके प्रमुख लक्षणों में प्रभावित हिस्से में दर्द होना, पेट में ऐंठन और भारीपन महसूस होना, गांठ वाले हिस्से में जलन होना, छाती में दर्द
निगलने में कठिनाई और एसिड रिफ्लक्स आदि हैं।
हर्निया के कारण
मांसपेशियों का कमजोर होना हर्निया का सबसे आम कारण है। इसके अलावा कुछ और कारण हैं जो मसल्स को कमजोर करके आपको हर्निया का मरीज बना सकते हैं जिनमें प्रेगनेंसी, कब्ज, भारी वजन उठाना, पेट में तरल पदार्थ का निर्माण, मोटापा, प्रभावित क्षेत्र में सर्जरी या पुरानी चोट, स्मोकिंग या सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी चिकित्सा स्थिति शामिल हैं।
हर्निया से बचने के उपाय
हालांकि इस समस्या से दवा और सर्जरी के जरिये छुटकारा पाया जा सकता है लेकिन कुछ चीजों को डाइट में शामिल करके आप इससे बचा जा सकता है। एक्सपर्ट मानते हैं कि आपको अपनी डाइट में सेब, केले, सब्जियां जैसे गाजर, ब्रोकोली, पत्तेदार साग, मटर, और स्क्वैश, नट्स, बीज, दही और अन्य प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ जैसे केफिर, कोम्बुचा और किम्ची करने चाहिए। नियमित रूप से इनका सेवन करने से मांसपेशियां मजबूत बनती है। '
हर्निया होने पर इन खाद्य पदार्थों से बचें
अगर आप या घर में कोई हर्निया से पीड़ित है, तो आपको भूलकर भी इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें मुख्यतः प्याज, लहसुन, खट्टे फल जैसे संतरे, टमाटर, नींबू, अंगूर, मसालेदार या तले हुए खाद्य पदार्थ, चॉकलेट, पुदीना, सोडियम वाली चीजें, शराब, कैफीन, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और दूध जैसी चीजें शामिल हैं।

