लोकसभा में शुक्रवार को सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS) पर चर्चा हुई। इस दौरान सवालों के जवाब देते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि इस स्कीम में आने वाले केन्द्रीय कर्मचारीयों के परिजनों को भी कैशलेस सुविधा दी जाएगी।
पश्चिम बंगाल की बलूरघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद सुकांता मजूमदार ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से सवाल किया कि जिस तरह सभी सांसदों और अन्य नेताओं को केन्द्रीय स्वास्थ्य योजनाओं में कैशलेस सुविधा मिलती है, तो क्या केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में काम कर रहे कर्मचारी और उनके परिवारों को इलाज के लिए यह सुविधा मिलेगी?
इस पर हर्षवर्धन ने कहा कि हमने अक्टूबर में सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में सुधार करने के लिए कर्मचारीयों से सुझाव मांगें थे। हमारे पास काफी सुझाव आये हैं और इस संदर्भ में भी सुझाव प्राप्त हुए हैं। इन सुझावों पर एक समिति ने समीक्षा की है और कुछ सुझाव दिए हैं, जिन पर काम किया जा रहा है। इसका काम पूरा होते ही कुछ अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
सुकांता मजूमदार दूसरा सवाल यह किया कि रेफरेल सिस्टम ते तहत 75 वर्ष की आयु वाले बुजुर्गों के लिए वेलनेस सेंटर की सुविधा है क्या इस उम्र को कम करके 60 किया जा सकता है? अगर किसी केन्द्रीय सरकार के कर्मचारी के माता-पिता राज्य सरकार में काम कर रहे हैं तो उनके लिए नौ हजार की पेंशन है, क्या इसको बढ़ाया जा सकता है?
इस पर हर्षवर्धन ने कहा कि हम इस बारे में पिछले पांच साल से काम कर रहे हैं और अभी काम कारी है। इस पर मांगे सुझावों पर जल्द फैसला लिए जाएगा और जैसे ही काम पूरा हो जाएगा सदन को सूचित कर दिया जाएगा।