गाय और भैंस के दूध के फायदों के बारे में आप जानते होंगे लेकिन क्या आप ऊंटनी या बकरी के दूध के फायदे जानते हैं। आपको बता दें कि ऊंटनी या बकरी का दूध का सेवन कई रोगों में फायदा देता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ दिमाग से संबंधित समस्या में लाभकारी होता है। चलिए जानते हैं इनके और क्या-क्या फायदे हैं।
ऊंटनी के दूध के फायदे
रेगिस्तानों इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए सदियों से ऊंटनी का दूध पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत रहा है। यह अब व्यावसायिक रूप से कई देशों में बेचा जाता है। आपको ऊंटनी के दूध का पाउडर और जमे हुए कुछ उत्पाद ऑनलाइन भी मिल सकते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूरहेल्थलाइन के अनुसार, ऊंटनी का दूध कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसमें सैचुरेटेड फैट कम होता है और विटामिन सी, बी विटामिन, कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। यह हेल्दी फैट का एक अच्छा स्रोत है, जैसे कि फैटी एसिड, लिनोलिक एसिड और अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, जो मस्तिष्क और हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं।
दिमाग होता है तेज़इसके नियमित सेवन से बच्चों का दिमाग तेज़ हो सकता है। इतना ही नहीं उसकी सोचने-समझने की झमता भी सामान्य से बहुत तेज हो सकती है। ऊंटनी का दूध बच्चों को कुपोषण से बचाता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायकऊंटनी के दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसे पीने से खून से टॉक्सिन्स भी दूर होते हैं और यह लिवर को साफ करता है।
ब्लड शुगर करता है कम ऊंटनी का दूध ब्लड शुगर को कम करने और टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों तरह के लोगों में इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। दूध में इंसुलिन जैसे प्रोटीन होते हैं, जो इसकी एंटीडायबिटिक एक्टिविटी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इंसुलिन एक हार्मोन है जो ब्लड शुगर लेवल को विनियमित करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी मजबूत बनाने में सहायकऊंटनी के दूध में ऐसे यौगिक होते हैं जो विभिन्न रोग पैदा करने वाले जीवों से लड़ते हैं। ऊंटनी के दूध में दो मुख्य सक्रिय घटक लैक्टोफेरिन और इम्युनोग्लोबुलिन होते हैं, यह ऐसे प्रोटीन हैं जो प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों को बढ़ा सकते हैं।
संक्रामक रोगों से बचावऊंटनी के दूध में विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा मं पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला एंटीबॉडी शरीर को संक्रामक रोग से बचाता है। यह गैस्ट्रिक कैंसर की घातक कोशिकाओं को रोकने में भी मदद करता है। यह शरीर में कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है जो संक्रामक रोगों के खिलाफ एंटीबॉडी के रूप में काम करती हैं।
बकरी के दूध के फायदे
पोषण की जानकारीवेबएमडी के अनुसार, एक कप पूरे बकरी के दूध में कैलोरी: 168, प्रोटीन: 9 ग्राम, वसा: 10 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट: 11 ग्राम, फाइबर: 0 ग्राम, शुगर: 11 ग्राम पाए जाते हैं। इसके अलावा यह प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस और मैगनीशियम का बेहतर स्रोत है।
डाइजेस्टिबल प्रोटीनगाय के दूध, सोया दूध या अखरोट के दूध की तुलना में, बकरी के दूध में अधिक प्रोटीन होता है। बकरी के दूध में प्रोटीन अधिक सुपाच्य प्रतीत होता है, जिसका अर्थ है कि आपका शरीर इसे अधिक आसानी से उपयोग कर सकता है।
एलर्जी नहीं बढ़ाता गाय का दूध कुछ लोगों में एलर्जी बढ़ाता है जबकि बकरी का दूध उनकी एलर्जी नहीं बढ़ाता। यदि आप जानते हैं कि आपके पास डेयरी एलर्जी है, तो आपको अपने डॉक्टर से पूछे बिना बकरी के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल को रखता है कंट्रोलबकरी का दूध उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि बकरी का दूध धमनियों और पित्ताशय में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। यह उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर वाले लोगों को अपने कोलेस्ट्रॉल को अधिक आसानी से नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।