पेट खराब हो या शरीर में खून की कमी, सभी समस्याओं का रामबाण इलाज है 'आंवला'
By मेघना वर्मा | Updated: January 12, 2018 13:29 IST2018-01-12T12:30:40+5:302018-01-12T13:29:07+5:30
गर्भावस्था के आखिरी तीन महिनों में हाथों और पैरों की सूजन को कम करने में सहायक है आंवला।

पेट खराब हो या शरीर में खून की कमी, सभी समस्याओं का रामबाण इलाज है 'आंवला'
आंवला के यूं तो कई फायदे गिनाए जाते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर इसका सेवन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चे के लिए यह एक औषधि का काम करता है। सिर्फ यही नहीं और भी बहुत सी समस्याओं का रामबाण इलाज होता है आंवला। आयुर्वेद में आंवला एक गुणकारी फल माना गया है। इसका सेवन कई रोगों को काट सकता है। वहीं वजन कम करने में भी आंवला सहायक है। इसे इंडियन गूसबैरी भी कहते हैं। आज हम आपको आंवलें के कुछ अचूक फायदे बताने जा रहे हैं।
1. विटामिन्स से हैं भरपूर
आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होता है। यह शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाता है। अगर गर्भावस्था में आंवले का सेवन किया जाए तो इस दौरान शरीर को जरूरत के मुताबिक आयरन कंज्यूम करने को मिलता है। इससे हिमोग्लोबिन का लेवल भी मेंटेन रहता है।
2. एनीमिया में है लाभदायक
आंवला खून में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखता है। इतना ही नहीं गर्भावस्था के आखिरी तीन महिनों में हाथों और पैरों में आने वाली सूजन में आंवले में पाए जाने वाले गुणों के कारण बहुत हद तक राहत मिलती है।
3. ऑक्सीजन फ्लो करता है ठीक
गर्भावस्था में भले ही कई चीजों को खाने से मना किया जाता है लेकिन आंवला के साथ ऐसा नहीं है। इसके सेवन से खून साफ होता है और साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे तक खून और ऑक्सिजन आराम से पहुंचता है।
4. बढ़ाता है प्रतिरोधक क्षमता
अपने गुणों के कारण आंवला शरीर की इम्यूनिटी दुरुस्त करता है। आंवले में विटामिन-सी के चलते इंफेक्शन से सुरक्षा मिलती है। दिन में एक कच्चा आंवला ही शरीर को सुरक्षा देने के लिए पर्याप्त है।
5. कब्ज से रखता है दूर
फाइबर से भरपूर होने की वजह से आंवला कब्ज में आराम पहुंचाता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर यानी BP को भी मेंटेन रखता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में मॉर्निंग सिकनेस को भी दूर रखता है आंवला का सेवन।
लेकिन रखें इन बातों का ध्यान
हालांकि आंवला एक गुणों का भंडार है, लेकिन यह फायदेमंद तभी है जब इसे सही मात्रा में आवश्यकता अनुसार खाया जाए। इसे ज्यादा खाने से कब्ज, डायरिया और शरीर में पानी कम होने की शिकायत हो सकती है। साथ ही साथ इससे त्वचा भी रूखी हो सकती है।
तब बिल्कुल ना खाएं आंवला
सर्दी-जुकाम और कफ होने पर आंवला के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही साथ आंवले में लेक्सीटिव गुण भी होते है, इसलिए डायरिया में इसे भूलकर भी नहीं खाना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह के बाद ही खाएं आंवला
प्रेग्नेंट लेडी को वैसे भी अपनी डाइट का ख्याल रखना चाहिए। दरअसल इस दौरान कई छोटी बातों को नजरअंदाज करना होने वाले बेबी को नुकसान पहुंचा सकता है। आने वाले नन्हें मेहमान की अच्छी हेल्थ के लिए जरूरी है कि होने वाली मां के खाने-पीने में अच्छी चीजें शामिल हों और आंवला भी इन्हीं में से एक है।