दिल्ली-एनसीआर में तेजी से फैल रहा 'एच3एन2' वायरस, जानें आपको कैसे हैं इससे खतरा
By अंजली चौहान | Published: February 16, 2023 03:20 PM2023-02-16T15:20:28+5:302023-02-16T15:26:05+5:30
एच3एन2 वायरस से पीड़ित लोगों में सामान्य तौर पर सर्दी, जुखाम, खांसी, नाक से पानी आना, बदन दर्द, बुखार, गले में खराश, उल्टी, सिर दर्द, दस्त और मतली आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
नई दिल्ली: सर्दियों के खत्म होने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदल रहा है। मौसम बदलने के साथ ही लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में मौसम बदलने के साथ ही एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है।
इस वायरस की चपेट में लोग तेजी से आ रहे हैं। गौरतलब है कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण लोगों को कई दिक्कते हो रही है और यह अब तक 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं और ये आकंड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
क्या है एच3एन2 वायरस?
एच3एन2 नामक ये वायरस एक फ्लू संक्रामण है, जो हर साल जनवरी और फरवरी के महीने में मौसम में बदलाव के कारण होता है। ऐसे में इस दौरान लोगों को काफी सावधानी बरतनी चाहिए। यह वायरस हवा में घुलकर सांस के साथ अंदर चला जाता है।
एच3एन2 वायरस आमतौर पर सर्दी या फ्लू के मौसम में इन्फ्लूएंजा की मौसमी महामारी का कारण बनता है। दिल्ली-एनसीआर में जिन लोगों को भी सर्दी, खांसी, बुखार हैं उनमें से अधिकतर को एच3एन2 वायरस ही है। इस संक्रमण का असर पांच से सात दिनों तक रहता है। इसमें तीन दिन में बुखार उतर जाता है लेकिन खांसी तीन से चार हफ्ते तक रहती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस वायरस का संक्रमण तेज होने पर फेफड़ों में हवा भर जाती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। इसके साथ ही ऐसे में चेस्ट पर भारीपना और सूखी खांसी होती है।
सीके बिड़ला अस्पताल, गुरुग्राम में क्रिटिकल केयर के प्रमुख डॉक्टर कुलदीप कुमार ग्रोवर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हर साल हम मौसम की स्थिति के कारण वायरल के मामलों में अचानक उछाल देखते हैं। यह वायरस ज्यादातर 50 साल से ऊपर और 15 साल से कम उम्र के लोगों को प्रभावित करता है।
इसके अलावा प्रदूषण भी ट्रिगरिंग तत्वों में से एक है। इसे रोकने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर जाने पर मास्क पहनें और लोगों के साथ उचित दूरी बनाकर रखें। इस मौसम में अगर किसी को भी बुखार होता है तो वह डॉक्टर से जरूर मिलें।
एच3एन के लक्षण
एच3एन2 वायरस से पीड़ित लोगों में सामान्य तौर पर सर्दी, जुखाम, खांसी, नाक से पानी आना, बदन दर्द, बुखार, गले में खराश, उल्टी, सिर दर्द, दस्त और मतली आना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे मं जिन मरीजों में भी ये लक्षण दिखाई देते हैं उन्हें फौरन अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए।
बता दें कि इस वायरस से बचने के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि आप अच्छा मास्क पहनें, स्वच्छता, सामाजिक दूरी और संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में जाने से बचें।