सावधान! क्या सोते समय आपके मुंह से लार बहती है? इन 3 गंभीर बीमारियों की है चेतावनी, तुरंत करें ये काम
By उस्मान | Updated: March 3, 2020 11:20 IST2020-03-03T11:20:29+5:302020-03-03T11:20:29+5:30
क्या मुंह से लार बहना किसी स्वास्थ्य खतरे का संकेत है? क्या यह कोई बीमारी है?

सावधान! क्या सोते समय आपके मुंह से लार बहती है? इन 3 गंभीर बीमारियों की है चेतावनी, तुरंत करें ये काम
सोते समय बहुत से लोगों के मुंह से लार बहती है। ऐसा सिर्फ बच्चों के ही साथ नहीं बड़ों के साथ भी होता है। सवाल यह है कि क्या मुंह से लार बहना किसी स्वास्थ्य खतरे का संकेत है? क्या यह कोई बीमारी है? एक्सपर्ट मानते हैं कि मुंह में ज्यादा लार का उत्पादन होने से ऐसा होता है।
ऐसा कहा जाता है कि अगर इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह और ज्यादा बढ़ सकती है। बेशक इसमें आपको कोई तकलीफ न हो लेकिन आपका बिस्तर और मुंह गंदा जरूर हो जाता है. चलिए जानते हैं मुंह से लार क्यों बहती है और इसे कैसे रोका जा सकता है।
सोते समय मुंह से लार क्यों बहती है?
सोते समय चेहरे की मांसपेशियां भी सो जाती हैं और निगलने वाली मसल्स को भी आराम मिलता है। चूंकि सोते समय मुंह में लार जमा हो जाती है इसलिए धीरे-धीरे टपकना शुरू हो जाती है। जागते समय लार नहीं बहती है क्योंकि लोग उसे निगल लेते हैं।
सोते समय लार अधिकतर तभी बहती है जब या तो हम करवट लेकर सो रहे होते हैं या पेट के बल सो रहे होते हैं। पीठ के बल सोने से लार बहुत ही कम बहती है। क्योंकि पीठ के बल सोने पर लार अपने आप गले से होकर निगल जाती है। जबकि करवट लेकर और पेट के बल सोने पर ऐसा नहीं होता।
सोते समय मुंह से लार बहने के नुकसान
फेफड़ों पर असर
ऐसा माना जाता है कि जिनके मुंह से लार निकलती है उनका सीधा असर उनके फेफड़ों पर होता है। जिसकी वजह से कोई गंदी चीज देख लें या फिर ट्रेन या बस में सफर करेंगे, तो उल्टी आती हैं।
सांस लेने में दिक्कत
सोते वक्त मुंह से लार इसलिए निकलती है, क्योंकि हम ज्यादा पानी पी लेते हैं। इसके अलावा और ज्यादा कुछ खा लेते हैं। लेकिन धीरे-धीरे इससे सांस की बीमारी बढ़ने लगती है। इसलिए आपको सोते समय बहुत ज्यादा खाने-पीने से बचना चाहिए।
कैल्शियम की कमी
माना जाता है कि जिन लोगों के मुंह से लार निकलती है, उनके शरीर में कैल्शियम की कमी अवश्य मिलेगी। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो आपको बिना देरी किये डॉक्टर मिलना चाहिए और सही इलाज कराना चाहिए.
साइनस को साफ रखें
लार के मुख्य कारणों में नाक का बंद होना एक बड़ा कारण है। नाक बंद होने से व्यक्ति मुंह से सांस लेता है जिससे लार बह सकती है। इसके लिए आप गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं। एसेंशियल ऑयल और विक्स जैसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पेट के बल न सोयें
आपको पेट के बल सोने से बचना चाहिए। इससे आपकी लार मुंह से बाहर आ सकती है। इसलिए आपको पीठ के बल सोना चाहिए क्योंकि इस पोजीशन में सोने से मुंह की लार अंदर ही रहती है।
खर्राटे की समस्या का इलाज है जरूरी
खर्राटे को मेडिकल भाषा में स्लीप एपनिया कहते हैं। इसमें व्यक्ति सही तरीके से सांस नहीं ले पाता है और नींद प्रभावित होती है। लार बहना सीधे रूप से इसका लक्षण हो सकता है। याद रखें कि धूम्रपान जैसे कारक विकार सांस से जुड़े विकारों के जोखिम बढ़ाते हैं।
सोते समय मोटा और मुलायम तकिया लें
मुंह से लार बहने की समस्या से राहत पाने के लिए आपको सोते समय सिर को ऊंचे तकिये पर रखना चाहिए। इसलिए आपको आज ही कुछ मोटे और मुलायम तकिये खरीद लेने चाहिए।
वजन कम करें
वजन बढ़ने से कई समस्याएं हो सकती हैं। इससे आपकी नींद भी प्रभावित हो सकती है। कई अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि मोटापे से पीड़ित लोगों को सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती है जिनमें प्रमुख खर्राटे आना है। इसलिए आपको अपना वजन कम करना चाहिए।
इस बात का रखें ध्यान
अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको ऊपर बताए गए उपायों पर काम करना चाहिए। बावजूद इसके अगर आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

