दीपिका पादुकोण ने रणवीर सिंह से शादी करने से कुछ समय पहले एक लेटर लिखा था। दीपिका ने बताया है कि वो गंभीर स्वास्थ्य समस्या 'डिप्रेशन' यानी अवसाद से पीड़ित रह चुकीं हैं। हालांकि वो कई बार इस बीमारी को लेकर बात कर चुकी हैं। अपने इस लेटर में उन्होंने डिप्रेशन से परेशानी और लड़ाई के अनुभव शेयर किये हैं।
समय पर इलाज है जरूरीदीपिका ने बताया कि वो साल 2014 में चिंता और अवसाद से पीड़ित थी। दीपिका ने बताया कि उन्होंने समय पर मेडिकल हेल्प ली जिससे उन्हें अवसाद से निपटने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों पर भारतीय समाज में कई गलत धारणाएं हैं। डिप्रेशन के खिलाफ लोगों में और ज्यादा जागरूकता पैदा करने की जरूरत है।
परिजनों का साथ महत्वपूर्ण दीपिका का यह लेटर फैशन मैगज़ीन एलइंडिया ने प्रकशित किया है। दीपिका ने बताया कि डिप्रेशन जैसी समस्या से निपटने के लिए परिजनों का साथ होना बहुत जरूरी है। डिप्रेशन के दौरान प्रोफेशनल हेल्प और फैमिली ने मुझे संभाला। मैंने जब इस बीमारी के बारे में पढ़ना शुरू किया तो मालूम हुआ कि लाखों लोग इस बीमारी का शिकार हैं।
डिप्रेशन क्या है?दिल्ली के मशहूर साइकेट्रिस्ट अभिनव मोंगा के अनुसार, आज की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को अपने लिए समय नहीं मिल पाता है। दिनभर हमारे दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है। जो एक दिन किसी मानसिक बीमारी का रूप ले सकती है जिसे डिप्रेशन कहा जाता है। बच्चे, जवान और बूढ़े हर तबके के लोग इस बीमारी के शिकार हैं। कारण सबका अलग-अलग हो सकता है पर लक्षण लगभग एक जैसे ही हैं। अगर किसी का मूड लगातार खराब चल रहा है तो उन्हें डिप्रेशन की परेशानी हो सकती है। इसे आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं- लगभग सभी लोग तनाव से पीड़ित होते हैं, जो थोड़े समय के लिए होता है लेकिन लंबे समय तक किसी परेशानी के चलते यह अगर आपकी आदत में शामिल हो जाए तो आपके लिए घातक हो सकता है।
डिप्रेशन के लक्षणसमय-समय पर निराशा महसूस करना व्यक्ति के जीवन में स्वभाविक है पर अगर आपको इसके साथ अकेला और बेसहारा महसूस होने लगे तो यह डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। डिप्रेशन आपके खुशनुमा जीवन को मुश्किल बना देता है। डिप्रेशन के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। मगर इसके कुछ आम कारण और लक्षण हैं जिससे इसको पहचाना जा सकता है।
- थकावट महसूस होना - बहुत ज्यादा या बहुत कम नींद आना - वजन बढ़ना या वजन कम होना- चिड़चिड़ापन- क्रोध- शरीर के कई हिस्सो में दर्द होना- नकारात्मक विचार- डर- एकाग्रता में कमी
डिप्रेशन से बचने के उपायआपको यदि डिप्रेशन से बचना है तो खुद को व्यवस्थित कर लीजिए। इसमें कोई खर्च नहीं है, सिर्फ अपनी दिनचर्या और काम-काज को सही तरीके से करने की जरूरत है। साथ ही सेहत का भी ध्यान रखिए। ताजा प्राकृतिक भोजन ही आपकी सेहत के लिए सबसे बढ़िया है। अच्छी सेहत के साथ-साथ यह आपकी जेब पर भी भारी नहीं पड़ता।