Coronavirus : कोरोना वायरस के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे अंसल यूनिवर्सिटी के छात्र
By उस्मान | Published: March 7, 2020 09:42 AM2020-03-07T09:42:24+5:302020-03-07T09:42:24+5:30
छात्रों को ट्रेनिंग दी गई है ताकि वो अपनी चिकित्सीय समझ के साथ न सिर्फ मरीजों की मदद कर सकें बल्कि महामारी की स्थिति में डर को दूर करने में भी मददगार बन सकें.
भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच लोगों में वायरस को लेकर जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से सुशांत स्कूल ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज और हेल्थकेयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने 6 मार्च को अंसल यूनिवर्सिटी-गुरुग्राम में 'रेस्पिरेटरी हाइजीन' पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया।
हेल्थकेयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉक्टर केके अग्रवाल ने इस अवसर पर एक सत्र का नेतृत्व किया और उन एहतियाती उपायों पर चर्चा की, जो लोगों को कोरोना समेत विभिन्न वायरस और जोखिमों से स्वयं को बचाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
लोगों के बीच तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखकर यूनिवर्सिटी वर्कशॉप आयोजित करने और समाज में जागरूकता पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया है जिससे कि लोगों को स्वास्थ्य खतरों से निपटने के लिए अवगत कराया जा सके।
वर्कशॉप रेस्पिरेटरी हाइजीन पर चर्चा के साथ शुरू हुई और इसमें वायरस के प्रसार, श्वास संबंधी विभिन्न संक्रमण, वायु प्रदूषण और वायरस से बचने के कई उपायों पर चर्चा की गई। लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कानूनों और संक्रमण की रोकथाम के तरीकों के बारे में अवगत कराया गया, जिनमें मुख्य रूप से इनक्यूबेशन, क्वारंटाइन और आइसोलेशन के बारे में जानकारी शामिल थी। पदमश्री वक्ता ने नई महामारी के बारे में जानकारी दी और राजधानी में इसे लेकर बढ़ रहे डर को दूर करने में मदद की।
सीएमएमएओ, एचसीएफआई के अध्यक्ष केके अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा, ‘खासकर स्वास्थ्य संकट के समय में, लोगों के स्वास्थ्य और उससे संबंधित जोखिम तथा संक्रमण के बारे में जागरूकता पैदा करना हमारा कर्तव्य है, क्योंकि ऐसी स्थिति में लोगों को बाहरी समर्थन की ज्यादा जरूरत होती है। लोगों को अवगत कराकर और कारणों तथा एहतियाती उपायों पर चर्चा कर महामारी के डर को दूर कर, हम समाज की मदद करने का अवसर पाकर उत्साहित हैं।’
सुशांत स्कूल ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज की निदेशक डॉक्टर मोनिका चैधरी ने कहा, ‘सुशांत स्कूल ऑफ हेल्थ एंड साइंसेज ने हमेशा से समाज के लिए एक स्वस्थ वर्तमान और भविष्य की कल्पना की है, और इस वर्कशॉप के जरिये इसे हासिल करने की कोशिश की जा रही है। वायरस से जुड़े नए खतरों के बारे में जागरूकता पैदा करने वाला यह सत्र लोगों को संक्रमण का शिकार होने से बचाने के उपायों पर केंद्रित था।
एक जिम्मेदार शैक्षिक संस्थान के तौर पर हम हर किसी को शिक्षित करने और अपनी हरसंभव कोशिश के जरिये स्वास्थ्य चिंताओं को दूर किए जाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। यहां इस वर्कशॉप में, हम आगामी हालात के लिए अपने छात्रों को तैयार कर कोरोना वायरस की बढ़ती चिंता पर प्रकाश डालना चाहते हैं जिससे कि वे अपनी चिकित्सीय समझ के साथ न सिर्फ मरीजों की मदद कर सकें बल्कि महामारी की स्थिति में डर को दूर करने में भी मददगार बन सकें।’