Coronavirus: गले की खराश, खांसी, जुकाम, बुखार जैसे कोरोना और फ्लू के लक्षणों को खत्म करने के लिए चबाएं ये 6 चीजें
By उस्मान | Published: June 19, 2020 10:18 AM2020-06-19T10:18:26+5:302020-06-19T10:18:26+5:30
Coronavirus home remedies: ये सभी चीजें आपको आसानी से किचन में मिल जाएंगी, इनके नियमित सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत बनता है
कोरोना से लड़ने के लिए एक्सपर्ट्स ऐसी चीजों के सेवन की सलाह दे रहे हैं जो इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाकर शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ा सकती हैं। इस सूची में आयुष मंत्रालय ने अदरक और लहसुन सहित कई चीजों को शामिल किया है।
दावा है कि इन चीजों के नियमित सेवन से शरीर मजबूत बनता है और रोगों से बचने में मदद मिल सकती है। हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आप कभी भी चाबकर खा सकते हैं। यह चीजें आपको अपने किचन में आसानी से मिल सकती हैं।
लौंग
लौंग में पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन, मैंगनीज, फाइबर, विटामिन, ओमेगा 3, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह सभी तत्व शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। लौंग का सक्रिय घटक यूजेनॉल तेल है। यह बैक्टीरिया, वायरस और कवक के खिलाफ काम करता है। इस तेल में एंटीसेप्टिक, एनेस्थेटिक गुण होते हैं।
इसके तीन से चार दाने चबाने से आपको सर्दी, खांसी, जुकाम और फ्लू जैसे विकारों से राहतमिल सकती है। आप रात को सोने से पहले दो लौंग भूनकर भी खा सकते हैं। इससे आपको सर्दी-जुकाम में राहत के साथ गले में होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलेगा।
हरी इलायची
सर्दी, खांसी, जुकाम, फ्लू, गले की खराश, सीने में जलन, बंद नाक, टॉन्सिल्स, गले में सूखापन कोरोना और फ्लू दोनों के लक्षण हैं। इलायची में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो इनसे राहत दिला सकते हैं।
इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सल्फर, कॉपर और विटामिन-सी जैसे पोषक तत्व आपको विभिन्न समस्याओं से बचाने में सहायक हैं। इसके अलावा इसमें एंटीओक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार हैं।
दालचीनी
आप डायबिटीज, हाई बीपी, हार्ट प्रॉब्लम, थकान, लो लिबिडो, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या नपुंसकता जैसे गंभीर समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आपको रोजाना दालचीनी का सेवन करना चाहिए। दालचीनी में मौजूद केमिकल्स एक्स्ट्रा शुगर को कैलोरी में बदलने, रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करके रक्तचाप को कम करने और महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन लेवल को बढ़ाने में मदद करते हैं। सर्दी जुकाम होने पर आप रोजाना सुबह-शाम एक टुकड़ा शहद के साथ खा सकते हैं।
तुलसी
तुलसी के पौधे की पत्तियां विषाणु द्वारा पैदा की जाने वाले कई तरह की बीमारियों को काटने में सक्षम है। भारत में तुलसी की खेती का लगभग 5000 साल पुराना इतिहास है। विभिन्न मल्टी नेशनल कम्पनियां अपने उत्पादों में तुलसी का बड़ी संख्या में इस्तेमाल कर रही हैं।
बारिश के मौसम में, जब सर्दी, बुखार और डेंगू जैसी बीमारियों के संक्रमण फैलते हैं, इसकी पत्तियों का काढ़ा नियमित रूप से पीना शरीर को इन संक्रमणों से बचाता है। बुखार अधिक होने की स्थिति में मरीज को तुलसी की पत्तियों को दालचीनी के पाउडर के साथ आधा लीटर पानी में उबालकर देना चाहिए। इससे बुखार की तेजी से कम हो जाता है।
अदरक
अदरक रोगाणुरोधी, एंटीबायोटिक और विरोधी भड़काऊ गुणों का भंडार है। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाते हैं, जो विदेशी बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने में मदद करता है। अदरक का उपयोग पाचन तेज करने के लिए किया जाता है।
यह मसला स्वाभाविक रूप से पाचन तंत्र को सफ करता है। यह विषाक्त पदार्थों को निकालने और साइनस को खोलने के अलावा ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद करता है। काली मिर्च में विटामिन सी होता है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए जरूरी तत्व है। दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत है।
लहुसन
लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है। यह इम्लयुनिटी पावर बढ़ाने के अलावा कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, स्किन इन्फेक्शन और कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों से निपटने में मदद कर सकता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स आपके इम्युनिटी सिस्टम को मज़बूत बनाकर आपको विभिन्न संक्रमण से बचा सकता है।