कोरोना वायरस मनुष्यों में सांस के मार्ग को प्रभावित करता है। संक्रमण हल्के फ्लू जैसे लक्षणों से शुरू होता है और आगे गंभीर लक्षणों की ओर बढ़ता है। यह वायरस मुख्य रूप से व्यक्तियों में फेफड़े को संक्रमित करता है और गंभीर मामलों में एआरडीएस और निमोनिया के कारण मृत्यु होती है। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि यह सभी मामलों में एआरडीएस और निमोनिया का कारण नहीं बनता है।
कोविड-19 सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है और एल्वियोली (छोटे वायु थैली) को नुकसान पहुंचाता है। एल्वोलस का कार्य रक्त वाहिकाओं में ऑक्सीजन को स्थानांतरित करना है। ये रक्त वाहिकाएं या केशिकाएं ऑक्सीजन को RBC (लाल रक्त कोशिकाओं) में ले जाती हैं। यह आरबीसी है जो अंत में शरीर के सभी आंतरिक अंगों को ऑक्सीजन पहुंचाता है।
कोरोना वायरस का न कोई इलाज है और न ही इससे बचने के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध है। ऐसे में कोरोना वायरस से बचने के लिए फेफड़ों का मजबूत होना काफी जरूरी है। क्योंकि कोरोना संक्रमण की वजह से फेफड़ों को नुकसान होता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। हम आपको कुछ चीजों के बारे में बता रहे हैं जिनके नियमित सेवन से फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
1) मुनक्का मुनक्के के कुछ दानों को लेकर रात में सोने से पहले पानी में भिगोकर छोड़ दें। सुबह उठने पर इसके बीजों को निकाल दें और मुनक्का खा लें। साथ ही मुनक्के वाला पानी भी पी लें। नियमित रूप से ऐसा करने से आपके फेफड़े मजबूत हो सकते हैं।
2) अंजीरअंजीर का सेवन करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन आप फेफड़ों को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से पांच अंजीर को एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबाल लें और फिर दिन में दो बार इसका सेवन करें। इससे फेफड़ों को मजबूती मिल सकती है।
3) शहदनियमित रूप से सुबह खाली पेट एक चम्मच शहद का सेवन करने से फेफड़ों को मजबूती मिल सकती है और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां भी दूर हो सकती हैं। शहद के सेवन से फ्लू के लक्षणों को कम करने और इम्युनिटी पावर बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
4) अंगूरअंगूर एक ऐसा फल है जो विटामिन सी सहित कई पोषक तत्वों का भंडार है। जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है उनके लिए अंगूर का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो अंगूर का सेवन ना करें।
5) लहसुनलहसुन को अपनी डाइट में नियमित शामिल करें और प्रतिदिन सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली पानी के साथ खाएं। इस में पाए जाने वाला एलीसिन तत्व इंफेक्शन से लड़ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और फेफड़ों को स्वस्थ व मजबूत रखने में बहुत मददगार होता है।
6) तुलसी के पत्तेआयुर्वेद के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन तुलसी की पत्तियों का सेवन करते हैं वे हमेशा स्वस्थ रहते हैं। उनकी रोगों से लड़ने की शक्ति बाकी लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है। तुलसी के सूखे पत्ते थोड़ा सा कथा, कपूर और इलायची को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। इसमें 7 गुना चीनी मिलाएं और चुटकी भर मात्रा का दिन में दो बार सेवन करें। इससे फेफड़ों में जमा कफ आसानी से निकल जाता है और फेफड़ों को मजबूती मिलती है।