Black Fungus: भारत में 'ब्लैक फंगस' के करीब 12 हजार मामले, जानिये ब्लैक फंगस के 5 शुरुआती लक्षण क्या हैं, कैसे करें बचाव
By उस्मान | Updated: May 27, 2021 12:28 IST2021-05-27T12:28:23+5:302021-05-27T12:28:23+5:30
कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं

ब्लैक फंगस के लक्षण
कोरोना वायरस के बीच ब्लैक फंगस कहर बरपा रहा है। ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस के 11,717 मामले हो गए हैं जिनमें गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते सभी राज्यों को ब्लैक फंगस संक्रमण को महामारी घोषित करने और सभी मामलों की रिपोर्ट करने के लिए कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में यह बीमारी एक नई चुनौती बनकर उभरी है। महाराष्ट्र में अब तक 2,770 मामले सामने आए हैं। गुजरात ने 2,859 मामले और आंध्र प्रदेश में 768 मामले दर्ज किए हैं।
ब्लैक फंगस के शुरूआती लक्षण
लगातार सिरदर्द
लगातार सिरदर्द फंगस के कारण होने वाली सूजन और संक्रमण के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है क्योंकि यह साइनस मार्ग और मस्तिष्क पर हमला करना शुरू कर देता है।
एकतरफा सूजन
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ब्लैक फंगस संक्रमण के अलग-अलग शारीरिक लक्षण हो सकते हैं। शरीर के किसी एक हिस्से में सूजन, दर्द, चेहरे के निचले हिस्से में भारीपन भी को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
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— MyGovIndia (@mygovindia) May 23, 2021
चेहरे का मलिनकिरण, काली पपड़ी का बनना
ब्लैक फंगस का एक बड़ा लक्षण चेहरे की रंगत बिगड़ना है। नाक के चारों ओर काली पपड़ी बनना, चेहरे का रंग खराब होना, आंखों का गिरना ये सभी इस बात के संकेत हो सकते हैं कि संक्रमण फैल रहा है।
नाक की रुकावट
फंगल संक्रमण साइनस मार्ग और नाक की गुहाओं में फैलने लगता है और गंभीर मामलों में फेफड़ों पर भी हमला करता है। हल्के श्वसन लक्षण जैसे कि नाक में रुकावट के साथ जोर लगना जैसे लक्षणों ना, ऐसे लक्षण होने चाहिए जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
दांतों का ढीला होना
कुछ मामलों में, संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है और चेहरे की विकृति का कारण बन सकता है। कुछ रोगियों ने अपने प्राथमिक लक्षण के रूप में दांतों का ढीला होना भी बताया है। कुछ लोग अपने जबड़े की समस्याओं का भी अनुभव कर सकते हैं।