Bihar HIV AIDS: बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। चर्चा है कि पश्चिम चंपारण के कई गांव के सैकड़ों लोग नेपाल और बैंकॉक गए हुए थे और वहां से एचआईवी पॉजिटिव मरीज बनकर वापस आए हैं। ऐसे में पश्चिम चंपारण के बेतिया में 3583 एचआईवी पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। सबसे अधिक शहरी क्षेत्र के 40 से 45 फीसदी युवा एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें 20 से 30 फीसदी युवा वर्ग ही शामिल हैं। जबकि गोपालगंज जिले में कुल 3100 पॉजिटिव मरीज जीवित पाए गए हैं। इसके अलावा अरवल जिले में भी हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि राज्य में एचआईवी संक्रमित हुए लोगों में से 5 में से 10 फीसदी ऐसे युवा हैं जो इंजेक्शन के माध्यम से ड्रग लेते थे। दरअसल युवाओं के बीच इन दिनों इंजेक्शन के जरिए ड्रग लेने की चलन बढी है। जिसके कारण 5 में से 10 फीसदी युवा एचआईवी पॉजिटिव हो गए हैं। एचआईवी संक्रमितों में 98 प्रतिशत की केस हिस्ट्री असुरक्षित यौन संबंध है।
पुरुषों के मामले में केस हिस्ट्री लेने पर यह पता चलता है कि कुछ को यह संक्रमण एक से ज्यादा महिलाओं से संबंध रखने से कुछ पुरुषों के होमोसेक्सुअल अर्थात पुरुष से पुरुष के बीच संबंध होने के कारण, कुछ पुरुषों को नेपाल, बैंकॉक या अन्य देशों में घूमने के दौरान संबंध बनाने के कारण तो वहीं महिलाओं में यह संक्रमण अपने पुरुष मित्र के द्वारा या एक से ज्यादा पुरुषों से संबंध रखने के कारण हो रहा है।
वहीं बिहार में मिले एचआईवी मरीजों में 30 फीसदी ड्राइवर बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सभी ड्राइवर लाइन होटल ढाबा पर एचआईवी संक्रमित हुए हैं। असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण सभी ड्राइवर संक्रमित हुए हैं। सूत्रों के अनुसार राज्य में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों में महिला, पुरुष के अलावा गर्भवती महिलाएं और बच्चों के साथ साथ थर्ड जेंडर(किन्नर) के भी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं।
बेतिया में 20 गर्भवती महिलाएं सहित 30 बच्चे भी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, एड्स संक्रमितों के बढते आंकड़ो से राज्य में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेतिया के 200 गांवों को चिन्हित करके लगातार लोगों को एड्स की जांच कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं सरकार द्वारा संक्रमित मरीजों के लिए गुप्त और मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है।