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Bihar encephalitis deaths: सिर्फ लीची नहीं, रोजाना खाई जाने वाली ये 5 चीजें भी हो सकती हैं जानलेवा

By उस्मान | Updated: June 17, 2019 15:04 IST

कयास लगाए जा रहे हैं कि लीची फल इस वायरस से संक्रमित है जिसे खाने के बाद बच्चे बुखार की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों का मानना है कि लीची खाने के बाद बच्चों में ब्लड शुगर लेवल बहुत कम देखा गया, जो उनकी मौत का कारण बना।

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बिहार के मुजफ्फरपुर सहित कई जिलों में खतरनाक बीमारी 'चमकी बुखार' (Acute Encephalitis Syndrome AES) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब तक इस दिमागी बुखार से 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है और करीब 500 बच्चे अस्पतालों में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह बच्चे लीची फल खाने के बाद Encephalitis virus की चपेट में आ गए।

कयास लगाए जा रहे हैं कि लीची फल इस वायरस से संक्रमित है जिसे खाने के बाद बच्चे बुखार की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों का मानना है कि लीची खाने के बाद बच्चों में ब्लड शुगर लेवल बहुत कम देखा गया, जो उनकी मौत का कारण बना। 

हालांकि इस बात का कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि लीची में पाया जाने वाला यह तत्व सीधे रूप से चमकी बुखार का कारण है लेकिन कई शोधकर्ता इस बात को मानते हैं कि लीची की वजह से यह बीमारी हो सकती है। इतना ही नहीं, शोधकर्ताओं का कहना है कि सरकार को तदनुसार उपचार के तौर-तरीके शुरू करने चाहिए।

लीची क्यों है खतरनाक

ऐसा माना जाता है कि इस फल को खाने से बच्चों, खासकर ऐसे बच्चों को जिन्हें पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है को चयापचय संबंधी बीमारी हाइपोग्लाइसेमिक एन्सेफैलोपैथी का अधिक खतरा होता है। इसका कारण यह है कि लीची में एक कैमिकल पाया जाता है जिसे मिथाइलीन साइक्लोप्रोपाइल-ग्लाइसिन (MCPG) के नाम से जाना जाता है। यह इतना खतरनाक कैमिकल होता है जो बॉडी का ब्लड शुगर लेवल कम होने पर सीधे रूप से दिमाग के कामकाज को प्रभावित करता है।

कसावा की सब्जी

1) लीचीजिन बच्चों को भोजन से पर्याप्त पोषण नहीं मिलता या जो बच्चे दोपहर या रात का खाना नहीं खाते हैं, उनके लिए लीची जैसे मीठे फल खाना घातक हो सकता है। इसका कारण यह है कि खाना नहीं खाने की वजह से बॉडी का कम शुगर लेवल और फल के भीतर मौजूद खतरनाक कैमिकल मिलकर ब्लड शुगर लेवल को और ज्यादा कम कर सकते हैं जिससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। इसमें शरीर शुगर का उत्पादन नहीं कर पाता है और यह स्थिति उस समय ज्यादा खतरनाक हो जाती है, जब व्यक्ति सो जाता है और ब्लड शुगर लेवल नैचुरली कम हो जाता है। 

2) कसावायह एक सब्जी होती है जिसकी जड़ को खाया जाता है। अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में इसे खूब खाया जाता है। इस सब्जी में हाइड्रोजन साइनाइड होता है। इसे सही तरह उबालकर नहीं खाने से आपके शरीर में जहर फैल सकता है। इतना ही नहीं, इसे गलती से भी कच्चा खाने की कोशिश न करें। इसे कच्चा खाने से साइनाइड को मेटाबोलाइज हो सकता है जिससे थायरॉयड हार्मोन प्रभावित हो सकता है और मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है।

3) आलूआलू के बिना भारतीयों का खाना अधूरा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आलू भी आपके शरीर के लिए जहरीला हो सकता है। कई शोध इस बात का खुलासा हुआ है कि अंकुरित या हरे रंग के आलू जहरीले होते हैं। इस तरह के आलू में सोलनिन होता है, जो शरीर के लिए खतरनाक है। वैसे तो आलू के पूरे पौधे में यह पाया जाता है लेकिन हरे और अंकुरित आलू में इसका अधिक खतरा होता है।

4) गन्ना आपको किसी भी हाल में फफूंदी लगा गन्ना खाने से बचना चाहिए। इस तरह के गन्ने में खतरनाक फंगस लगने से जहर फैलने का अधिक खतरा होता है। इसलिए अगर आप गन्ना खाने का शौकीन हैं, तो साफ गन्ने का ही इस्तेमाल करें। 

5) कच्चा राजमा कच्चा राजमा में phytohemagglutinin नामका जहरीला तत्व होता है। इसे कच्चा खाने से एक से दो घंटे के भीतर आपको मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इतना ही नहीं इससे आंतों का कामकाज प्रभावित होता है जिससे आपको पेटदर्द भी हो सकता है।

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