फल खाने से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। अमरूद भी एक ऐसा फल है जिसमें शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व होते हैं। अमरूद की तरह इसके पत्ते भी काफी फायदेमंद होते हैं।
अमरूद में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के, कार्बोहाइड्रेट्स, डायटरी फाइबर, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह फल मैग्नीज का बहुत बढ़िया स्रोत है, जो हमारे शरीर को दूसरे भोजन से मिलने वाले महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को ग्रहण करने में मदद करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायकइसमें मौजूद विटामिन व खनिज शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाने में मददगार हैं। अमरूद में पाए जाने वाले पोषक तत्व मोतियाबंद बनने की संभावना को कम करते हैं। इसे खाने से कमजोर आंखों की रोशनी बढ़ने लगती है।
पाचन शक्ति को करता है मजबूतऐसा माना जाता है कि मीठा अमरूद न केवल शरीर को शक्ति देता है बल्कि इसमें फेफड़ों को सशक्त बनाने के गुण भी छिपे हैं। इसके अलावा यह तनाव कम करने और पाचन शक्ति को बढ़ाने की क्षमता होती है।
खांसी का करता है इलाजजाड़े में कफयुक्त खांसी होने पर पके अमरूद को कोयले या कंडे की धीमी आंच में भूनकर खाने से अच्छा लाभ मिलता है। बहुत पुरानी सर्दी-जुकाम में केवल 3 दिन तक अमरूद खाकर रहने से ठीक हो जाती है। पेट दर्द में लाल किस्म के पके अमरूद सेंधा नमक के साथ खाने से अच्छा आराम मिलता है तथा आंतों में जमा मल भी साफ हो जाता है।
त्वचा रोगों के लिए फायदेमंदइस फल पर काली मिर्च पाउडर, भुना पिसा जीरा व नमक छिड़ककर भोजन के उपरांत खाने से कफ कारक दुर्गुण दूर होते हैं। हां, भांग का नशा भी इस फल के सेवन से उतर जाता है। अमरूद से चर्म रोग भी दूर किए जा सकते हैं। फोड़े-फुंसी निकलने पर सप्ताह भर तक डाल पर पके अमरूद का सेवन करें, फोड़े-फुंसी जड़ से गायब हो जाएंगे।
अंत की सूजन से देता है राहतयदि दस्तों में आंव आती रहे तथा आंत में सूजन आ जाए, घाव हो जाए तो 3-4 सप्ताह तक अमरूद खाते रहने से ठीक हो जाते है। दरअसल इस फल में प्राकृतिक टेनिक एसिड होता है, जिसका मूल काम है घाव का जख्म भरना, इससे आंतों के घाव भर कर आंतें स्वस्थ हो जाती हैं।
बच्चों के लिए फायदेमंद छोटे बच्चों को अमरूद पीसकर या पानी में घोलकर पिलाना चाहिए। इससे बच्चों पर हावी होने वाले कई छोटे-मोटे रोग दूर हो जाते हैं। पके अमरूद को कूटकर पीसें, उसमें दूध मिलाकर छान लें, इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर बच्चों को पिलाएं, इससे उनके शरीर में शक्ति का संचार अच्छा होता है।
मौसमी रोगों से लड़ने की क्षमतासर्दियों के अमरूद ही पौष्टिक व रोगनाशक होते हैं। इस सीजन में नित्य दोपहर में धूप में बैठकर अमरूद जरूर सेवन करना चाहिए। इससे मौसमी रोग नहीं पनपते तथा स्वास्थ्य भी चंगा रहता है। वैसे तो अमरूद एक सदाबहार फल है, लेकिन पेड़ों पर सर्दियों में पकने वाले अमरूद हमारी सेहत के लिए बड़े ही फायदेमंद है।
इम्यूनिटी सिस्टम को बनता है मजबूतअमरूद में विटामिन सी पाया जाता है। एक दिन में दो बार अमरूद खाने से विटामिन सी की कमी दूर होती है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। बच्चों के पेट में कीड़े हो गए हों तो अमरूद का सेवन बहुत लाभ देता है।
हड्डियों को बनता है स्ट्रोंगअमरूद में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।इसको रोज खाने से हड्डियां मजबूत होती है। अमरूद की पत्तियों का रस किसी भी प्रकार की एलर्जी को दूर कर सकता है। यह एलर्जी पैदा करने वाली वायरस को खत्म करता है।