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खुशखबरी! कैंसर के बाद अब लाइलाज बीमारी एचआईवी-एड्स का भी इलाज हुआ संभव, वैक्सीन के एक ही शॉट से HIV के मरीजों को मिलेगी बीमारी से हमेशा के लिए मुक्ति

By आजाद खान | Updated: June 16, 2022 07:10 IST

इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, उन लोगों ने एक ऐसा वैक्सीन तैयार किया है जिसके केवल एक ही खुराक से HIV वायरस को खत्म किया जा सकता है।

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ठळक मुद्देकैंसर के बाद अब एचआईवी-एड्स का भी इलाज ही संभव होता दिख रहा है। इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसका इलाज ढूंढ़ निकाला है। उनके मुताबिक, लैब में इसका टेस्ट सही निकला निकला है।

New Vaccine for HIV-AIDS:कैंसर के बाद अब एचआईवी-एड्स जैसी लाइलाज बीमारी भी ठीक हो सकता है, इजराइल के शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है। हाल ही में एक शोध में यह सामने आया है कि एचआईवी-एड्स जैसी लाइलाज बीमारी का भी इलाज अब संभव है। यह खुलासा इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। उनके मुताबिक, उन लोगों ने एक ऐसा वैक्सीन तैयार किया है जिसके केवल एक ही खुराक से HIV वायरस को खत्म किया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि इसके लैब टेस्ट में अच्छे रिजल्ट आए हैं। 

क्या है यह नया शोध और कितना होगा यह कारगर

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि अब एचआईवी-एड्स जैसी लाइलाज बीमारी का इलाज संभव हो सकता है और इसके जरिए मरीज अब पूरी तरीके से ठीक भी हो सकते है। शोधकर्ताओं ने बताया कि उन लोगों ने मरीज के शरीर में मौजूद टाइप-बी वाइट ब्लड सेल्स के जीन में कुछ बदलाव किए जिसने एचआईवी वायरस को तोड़ दिया जो इससे पीड़ित मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। 

डॉ. आदि बार्जेल की अगुआई में वैज्ञानिकों ने इस बीमारी का तोड़ निकालने के लिए बी सेल्स का उपयोग किया है। बी सेल्स हमारे शरीर में वायरस और खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने के लिए एंटीबॉडी पैदा करता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, उन्होंने बी सेल्स के जीन में बदलाव करके एचआईवी वायरस के कुछ खास हिस्सों से संपर्क कराया जिससे उन में कुछ बदलाव देखे गए। इसके बाद इस बी सेल्स का मुकाबला एचआईवी वायरस से कराया गया तो हैरान कर देने वाले नतीजे सामने आए। 

बी सेल्स बराबरी का मुकाबला करता दिखा

इस सोध के दौरान एचआईवी वायरस कमजोर और टूटता हुआ नजर आया था। इसमें यह भी एक खास बात देखा गया कि जब जब एचआईवी वायरस अपनी ताकत बढ़ाते थे तब तब यह सेल्स उसका मुकाबला करता दिखाई दिया था। डॉ. बार्जेल ने बताया कि यह सोध लैब में सही साबित हुए है और इससे यह संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में इस खतरनाक बीमारी का इलाज भी संभव है। 

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