12 दिनों से गुफा में फंसी है पूरी फुटबॉल टीम और कोच, बाहर निकलने में लग सकते हैं महीनों
By सुमित राय | Updated: July 5, 2018 16:46 IST2018-07-05T16:20:30+5:302018-07-05T16:46:21+5:30
थाईलैंड के नेशनल पार्क में स्थित एक गुफा में फंसी पूरी टीम के पास भोजन और चिकित्सा मदद पहुंचाई जा रहा और बचावकर्मी इन्हें निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

Thailand: Youth football team stuck in cave
बैंकॉक, 5 जुलाई। थाईलैंड की एक फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और उनके कोच 12 दिनों से एक गुफा में फंसे हुए हैं और सभी अभी भी ठीक हैं, लेकिन उनको निकालने में महीनों लग सकता है। थाईलैंड के नेशनल पार्क में स्थित एक गुफा में फंसी पूरी टीम के पास भोजन और चिकित्सा मदद पहुंचाई जा रहा और बचावकर्मी इन्हें निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि ये खिलाड़ी करीब 11 दिन पहले गायब हुए थे, जिन्हें सोमवार रात को ब्रिटिश गोताखोरों ने सभी खिलाड़ियों को ढूंढा था। इन खिलाड़ियों को ढूंढने में थाईलैंड नौसेना के गोताखोरों के अलावा अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों की बचाव टीमें थीं। भारी बारिश के कारण गुफा के मुहाने पर पानी भर गया है और इससे गोताखोरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
बताया जा रहा है कि एक स्कूल की फुटबॉल टीम के 11 से 16 साल के 12 खिलाड़ी और उनके 25 वर्षीय कोच 23 जून से म्यांमार की सीमा से लगे उत्तरी थाइलैंड के चियांग राय प्रांत की थाम लुआंग गुफा में लापता थे। तब से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। सभी खिलाड़ी गुफा के मुहाने से करीब चार किमी अंदर पानी से घिरी एक चट्टान पर बैठे हैं।
गुफा मुहाना काफी संकरा है, इस कारण खिलाड़ियों तक पहुंचने और उन्हें बाहर निकालने के प्रयास विफल रहे हैं। इसके अलावा बचाव दल पानी को पंप से बाहर निकालने और इस गुफा से बाहर निकलने का कोई दूसरा रास्ता खोजने का प्रयास असफल रहा है। थाईलैंड सेना का कहना है कि खिलाड़ियों को निकालने के लिए बाढ़ का पानी कम होने तक इंतजार करना पड़ सकता है।
थाईलैंड की सशस्त्र सेनाओं द्वारा जारी एक बयान के अनुसार नौसेना के कैप्टन आनंद सुरावान ने कहा कि हम कम से कम चार महीने तक जीवित रहने के लिए अतिरिक्त भोजन भेजने की तैयारी करेंगे और पानी में जीवित रहने के लिए सभी 13 को गोताखोरी का प्रशिक्षण देंगे।' चिआंग राय प्रांत के गवर्नर नारोंगसाक ओसोट्टानाकोर्न ने कहा, 'हमने इसे 'मिशन इम्पॉसिबल' नाम दिया है क्योंकि हर दिन बारिश हो रही है लेकिन हमारे संकल्प और उपकरणों से हम प्रकृति से लड़े।'