केरल ब्लास्टर्स फुटबॉल क्लब से अलग हुए सचिन तेंदुलकर, कहा, 'टीम के लिए हमेशा धड़कता रहेगा दिल'
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: September 16, 2018 14:04 IST2018-09-16T14:04:34+5:302018-09-16T14:04:34+5:30
Sachin Tendulkar: सचिन तेंदुलकर ने आईएसएल फुटबॉल क्लब केरल ब्लास्टर्स से अपना नाता तोड़ते हुए अपनी हिस्सेदारी बेच दी है

सचिन तेंदुलकर ने आईएसएल क्लब केरल ब्लास्टर्स में अपनी हिस्सेदारी बेची
नई दिल्ली, 16 सितंबर: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम केरल ब्लास्टर्स फुटबॉल क्लब के सह-मालिक रहे महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने नए सीजन की शुरुआत से पहले इस फुटबॉल क्लब से अपना नाता तोड़ते हुए अपनी हिस्सेदारी बेच दी है।
ये फैसला ब्लास्टर्स क्लब के लिए किसी झटके से कम नहीं हैं क्योंकि सचिन इस क्लब की शुरुआत से ही इसका अहम हिस्सा रहे और वह अक्सर ISL के मैचों के दौरान टीम को चीयर करते हुए दिखाई देते थे।
सचिन 2014 में केरल ब्लास्टर्स की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े थे। वह वर्तमान में उद्योगपति निम्मागड्डा प्रसाद, प्रॉड्यूसर अल्लू अर्जुन और अभिनेता नागार्जुन के साथ इस टीम के सह मालिकों में से एक थे।
सचिन ने अपने बयान में कहा, अपने पांचवें साल में, ये जरूरी है कि क्लब अगले पांच सालों और उसके बाद के लिए भी पथ तैयार करे। साथ ही ये मुझे क्या भूमिका निभानी चाहिए उसे प्रतिबिंबित करने का भी समय है। इस बारे में सोचने और अपनी टीम से विचार विमर्श के बाद मैंने केरल ब्लास्टर्स के सह-प्रमोटर के तौर पर मेरा करार खत्म करने का फैसला किया है।'
तेंदुलकर ने कहा, 'मेरा मानना है कि केरल ब्लास्टर्स अच्छी टीम है और अपने फैंस के सहयोग और बिना शर्त समर्थन से कई और सफलताएं हासिल करने के रास्ते में है। मुझे केरल ब्लास्टर्स पर गर्व है और मेरा दिल हमेशा इस क्लब के लिए धड़कता रहेगा।'
ऐसी अटकलें हैं कि हाइपरमार्केट चेन और शॉपिंग मॉल में रुचि रखने वाले एक अरबपति उद्योगपति ने केरल ब्लास्टर्स में सचिन की हिस्सेदारी खरीदी है। सचिन ने अप्रैल 2014 में आंत्रप्रेन्योर प्रसाद वी पोटलरी के साथ मिलकर केरल ब्लास्टर्स में हिस्सेदारी खरीदी थी।
2015 में पोटलरी की कंपनी पीवीपी वेंचर्स ने ब्लास्टर्स में अपनी हिस्सेदारी बेच दी थी जिससे सचिन इस क्लब में 40 फीसदी के हिस्सेदार बन गए थे। 2016 में प्रसाद ने साउथ फिल्मों के दिग्गजों के साथ मिलकर फिर से क्लब में 60 फीसदी शेयर खरीदे थे, तब सचिन ने भी 20 फीसदी शेयर खरीदे थे।