FIFA World Cup: ऑस्ट्रेलिया की डेनमार्क से भिड़ंत आज, नजरें क्रिस्चियन एरिकसन पर
By भाषा | Updated: June 21, 2018 14:13 IST2018-06-21T14:13:56+5:302018-06-21T14:13:56+5:30
Australia vs Denmark Preview: फीफा वर्ल्ड कप में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क की भिड़ंत में नजरें होंगी नॉकआउट पर

क्रिस्चियन एरिकसन
कजान, 21 जून। ऑस्ट्रेलियाई टीम गुरुवार को यहां डेनमार्क के खिलाफ विश्व कप ग्रुप सी मुकाबले में फतह हासिल कर अगल दौर में पहुंचने की कोशिश करेगी। हालांकि उसे ऐसा करने के लिए विपक्षी टीम के खतरनाक खिलाड़ी क्रिस्चियन एरिकसन की चुनौती से निपटना होगा। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिले जेडिनाक का हालांकि कहना है कि वे सिर्फ एरिकसन पर ही ध्यान नहीं लगा सकते।
ग्रुप सी में फ्रांस से 1-2 की हार के बाद ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप चरण से क्वॉलिफाई करने की उम्मीद के तहत गुरुवार को जीत हासिल करनी ही होगी। टोटेनहम होत्सपुर के मिडफील्डर एरिक्सन ने डेनमार्क के क्वॉलिफाइंग अभियान के दौरान 11 गोल दागे थे और ऐज हरेडे की टीम के लिए वह सबसे बड़ा खतरा होंगे।
लेकिन फ्रांस के खिलाफ पेनल्टी स्पॉट से गोल करने वाले जेडिनाक का कहना है कि अनुशासित प्रदर्शन में सुधार ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अहम होगा। उन्होंने कहा, 'हम जानते हैं कि वह शानदार खिलाड़ी हैं और निश्चित रूप से वह उनके लिए अहम भूमिका निभाएंगे।'
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उन्होंने कहा, 'लेकिन हम उन पर ही ध्यान नहीं लगाए हैं। हम निश्चित रूप से उन पर ध्यान लगाएंगे लेकिन पूरी टीम पर और एकजुट होकर। हमें अपने बारे में भी चिंता करनी है कि हम अपनी रणनीति किस तरह लागू करें।'
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फ्रांस के खिलाफ मजबूत डिफेंस के लिए ऑस्ट्रेलिया ने वाहवाही बटोरी लेकिन कोच बर्ट वान मारविक के खिलाड़ी आत्ममुग्ध नहीं होना चाहते। वहीं शुरुआती मैच में पेरू पर मिली 1-0 की जीत से डेनमार्क की टीम आत्मविश्वास से भरी है, जिसमें उसके गोलकीपर कैस्पर शेमईचेल ने कई बेहतर बचाव किए थे। टीम अपनी रणनीति से जरा भी भटकना नहीं चाहती है।
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शेमईचेल मैनचेस्टर यूनाईटेड के महान गोलकीपर पीटर के बेटे कैस्पर ऑस्ट्रेलिया की योजनाओं में रोड़ा बन सकते हैं। वह पहले ही अपने पिता के रिकॉर्ड को तोड़ चुके हैं। गोल नहीं गंवाने के सबसे लंबे समय में उनका रिकॉर्ड 534 मिनट का है जबकि पीटर के नाम यह 470 मिनट का रहा था। कैस्पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी इसे बढ़ाना चाहेंगे।
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ऑस्ट्रेलिया के ट्रेंट सेन्सबरी ने भी फ्रांस के खिलाफ मुकाबले में प्रभावित किया था और जियांगसु सुनिंग का यह 26 वर्षीय डिफेंडर मानता है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है।