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Uttarakhand Cabinet: एक नवंबर से खुलेंगे उत्तराखंड में स्कूल, केवल 10वीं और 12वीं के छात्र होंगे शामिल, जानिए क्या है व्यवस्था

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 14, 2020 19:22 IST

कोविड—19 महामारीः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया।

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ठळक मुद्देमास्क पहनना, सामाजिक दूरी और सेनिटाइजेशन आदि जैसे सुरक्षात्मक उपायों का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराना होगा।अधिकारी और अभिभावकों से राय मशविरा के बाद दिए गये फीडबैक के आधार पर यह निर्णय लिया गया। 10वीं और 12वीं के छात्रों का पहला महीना कैसा गुजरता है, सबकुछ उसी पर निर्भर होगा।

देहरादूनः कोविड—19 महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूल उत्तराखंड में 10 वीं और 12 वीं के छात्रों के लिए एक नवंबर से खुल जाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया।

बैठक के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने संवाददाताओं को बताया कि जिलाधिकारियों द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी और अभिभावकों से राय मशविरा के बाद दिए गये फीडबैक के आधार पर यह निर्णय लिया गया। मंत्री ने बताया कि स्कूल केवल इन्हीं दो कक्षाओं के लिए खुलेंगे और स्कूल प्रबंधन को कोविड-19 महामारी संबंधी प्रोटोकॉल.. जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी और सेनिटाइजेशन आदि जैसे सुरक्षात्मक उपायों का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराना होगा।

अन्य कक्षाओं को शुरू करने के संबंध में उन्होंने कहा कि 10वीं और 12वीं के छात्रों का पहला महीना कैसा गुजरता है, सबकुछ उसी पर निर्भर होगा। इसबीच ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। अनलॉक—पांच के लिए जारी दिशा निर्देशों में केंद्र ने स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ दिया था।

महामारी को देखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों का एक साल तक प्रतिमाह एक दिन का वेतन काटे जाने के अपने निर्णय को संशोधित करते हुए राज्य मंत्रिमंडल ने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को छोड़कर अन्य सभी को इसके दायरे से बाहर कर दिया।

कौशिक ने कहा कि हालांकि, मंत्री, विधायक, आईएएस और आईपीएस अधिकारी पहले हुए निर्णय के अनुसार, कोरोना के लिए एक साल तक अपना एक दिन का वेतन कटवाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह राहत त्योहारी सीजन पर कनिष्ठ अधिकारियों के लिए एक तोहफा है। राज्य मंत्रिमंडल ने हिमालयन गढवाल विश्वविद्यालय का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी हिमालयन गढवाल विश्वविद्यालय करने को भी मंजूरी दे दी। 

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