UP DElEd 2019-20: यूपी डीएलएड में एडमिशन के लिए नहीं मिल रहे अभ्यर्थी, 1 लाख से अधिक सीटें अभी भी खाली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 28, 2019 10:27 IST2019-08-28T10:27:28+5:302019-08-28T10:27:28+5:30
प्रारम्भिक शिक्षा का डिप्लोमा (डीएएड) का पूर्व प्रचलित नाम बीटीसी है। डीएलएड अध्यापक शिक्षा का दो वर्ष का व्यवसायिक पाठ्यक्रम है।

UP DElEd 2019-20: यूपी डीएलएड में एडमिशन के लिए नहीं मिल रहे अभ्यर्थी, 1 लाख से अधिक सीटें अभी भी खाली
यूपी डीएलएड 2019-20 सत्र में दूसरे चरण के सीट आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद अभी भी एडमिशन के लिए 1 लाख से अधिक सीटें खाली हैं। बता दें कि यूपी में 67 शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की कुल 10600 और जबकि 3087 प्राइवेट कॉलेजों की 218550 को मिलाकर कुल 229150 सीटे हैं। इन सीटों में से अभी तक 123823 सीटें ही भरे जा सके हैं।
हिंदुस्तान न्यूज वेबसाइट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 105327 सीटें खाली रह गई है जो अधिकांश प्राइवेट कॉलेजों की है। बता दें कि दूसरे चरण में 53149 अभ्यर्थियों ने संस्थान का विकल्प दिया था। इनमें से 41997 को सीट आवंटन हुआ और 11152 के आवेदन निरस्त कर दिए गए। पहले राउंड में 138442 अभ्यर्थियों को सीटें आवंटित की गई थी लेकिन इनमें से 81826 ने ही दाखिला लिया।
वहीं, दूसरे राउंड के सीट आवंटन के बाद ओबीसी, एससी/एसटी व विशेष आरक्षण वर्ग की सीटें सामान्य वर्ग के लिए परिवर्तित कर दी गई थी। इसके बावजूद भी 88 हजार से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। यह सीट एलॉटमेंट सोमवार को ही जारी कर दिया गया था।
डीएलएड के बारे में
प्रारम्भिक शिक्षा का डिप्लोमा (डीएएड) का पूर्व प्रचलित नाम बीटीसी है। डीएलएड अध्यापक शिक्षा का दो वर्ष का व्यवसायिक पाठ्यक्रम है। जिसकी परीक्षा एवं मूल्यांकन चार समेस्टर द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य शिक्षा की प्रारम्भिक अवस्था यानी कक्षा 1 से 8वीं तक के लिए अध्यापकों को तैयार करना है।