उत्तर प्रदेश बोर्ड के 10वीं और 12वीं के छात्र आगामी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इस बार यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा की कॉपियां दो बार जांचने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स से सूत्रों के हवाले के मुताबिक बोर्ड के मूल्यांकन की कमियां दूर नहीं होने से अब शत-प्रतिशत कॉपियों की दोबारा जांच का प्रस्ताव बनाया गया है। बोर्ड ने ऐसा फैसला इसलिए किया कि ताकि अंको में पारदर्शिता बना रहे।
मालूम हो कि अभी तक यूपी बोर्ड महज एक बार ही कॉपियों का मूल्यांकन करता आ रहा है। वहीं अभी तक 15 प्रतिशत ही कॉपियों ही अंकेक्षण होता था। हालांकि अभी यूपी बोर्ड ने इस साल आयोजित होने वाले एग्जाम की तिथियां घोषित नहीं की है।
बता दें कि 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं को मिले अंक जोड़ने में भी शिक्षकों से गलती हो रही है। कभी-कभी देखने में आ रहा है कि अंदर कॉपी पर नंबर दिया ही नहीं और बाहर केजिंग में मनमाना नंबर चढ़ा दिया।