School Reopen in UP: उत्तर प्रदेश में एक मार्च से सभी स्कूल खुल जाएंगे। योगी सरकार ने कहा कि 10 फरवरी से छठी से आठवीं कक्षा की क्लास शुरू होंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को इन कक्षाओं के संचालन के लिए अधिकारियों को आकलन करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। मुख्यमंत्री की इस पहल से माना जा रहा है कि अगले दस दिन में कक्षा छह से 12 तक की कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के कारण मार्च, 2020 से स्कूल बंद हैं।
कोरोना की वजह से पिछले करीब एक साल से स्कूल बंद चल रहे हैं, बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार 6 से 8 क्लास तक की पढ़ाई फिर शुरू कराने पर विचार करने को कहा था। साथ ही सीएम योगी ने पढ़ाई शुरू करने से पहले अधिकारियों को कोरोना संक्रमण की स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया था।
कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं को बंद किये जाने के करीब 11 महीने बाद दस फरवरी से स्कूलों में नियमित पढ़ाई शुरू हो जाएगी। एक सरकारी प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी। सरकारी प्रवक्ता ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के उच्च प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के सभी स्कूल/कॉलेज व विश्वविद्यालय नियमित रूप से 10 फरवरी से खोले जाने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अनुभाग के महानिदेशक को पत्र लिखकर सरकार के फैसले से अवगत कराया है। रेणुका ने अपने पत्र में कहा है कि शासन द्वारा सम्यक विचार के बाद तय किया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत कक्षा छह से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिए विद्यालयों में दस फरवरी से पढ़ाई शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा पांच तक की पढ़ाई एक मार्च से शुरू की जाएगी।
उन्होंने कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के पालन की भी हिदायत दी है। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के 1.5 लाख से अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1 करोड़ 83 लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं।
प्रवक्ता का दावा है कि 11 महीने बाद एक मार्च को जब प्राथमिक विद्यालय के छात्र अपने स्कूल पहुंचेंगे तो उनको बहुत कुछ बदला हुआ नजर आएगा क्योंकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 80 प्रतिशत से अधिक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प किया जा चुका है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा एक से तीन के छात्रों को सहज पुस्तक भी उपलब्ध कराई जाएगी। सहज पुस्तक में चित्र युक्त कहानियां मौजूद है, जिससे छात्रों में पढ़ने की प्रवृति बढ़ेगी।
उत्तराखंड में कक्षा छठी से 11वीं के छात्रों के लिए स्कूल आठ फरवरी से खुलेंगे
उत्तराखंड सरकार ने आदेश जारी कर प्रदेश के सभी स्कूलों से कक्षा छठी से 11वीं तक की कक्षाएं दैहिक रूप से आठ फरवरी से दोबारा शुरू करने को कहा। आदेश में स्कूलों के प्रशासन से कहा गया है कि वे विद्यालयों में छात्रों और शिक्षकों से कोविड के अनुसार उचित व्यवहार सुनिश्चित करवाएं।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा जारी आदेश में स्कूलों से एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को भी कहा गया है जो इस बात पर नजर रखेगा कि कक्षाओं का नियमित सैनिटाइजेशन हो, हर छात्र और शिक्षक की थर्मल स्क्रीनिंग हो, वे मास्क लगाए हुए हों और सामाजिक दूरी का अनुपालन हो । प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं पिछले साल नवंबर से चल रही हैं । कक्षा छठी से 11वीं तक की कक्षाओं को दैहिक रूप से शुरू करने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल ने हाल में लिया था।
दिल्ली में नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के लिये पांच फरवरी से खुलेंगे स्कूल
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के लिये सभी स्कूल पांच फरवरी से खोल दिये जाएंगे। साथ ही आईटीआई, पॉलीटेक्निक, कॉलेज तथा डिग्री एवं डिप्लोमा संस्थानों को भी खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शर्ते वहीं रहेंगी जिनकी घोषणा 18 जनवरी को 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिये स्कूल खोलते समय की गई थी। सिसोदिया ने कहा कि छात्र अभिभावकों की अनुमति के बाद ही कक्षाओं में आ सकेंगे।
सिसोदिया ने गांधीनगर में सरकारी स्कूल का दौरा किया, कोविड-19 प्रोटोकॉल की समीक्षा की
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गांधीनगर इलाके में एक सरकारी स्कूल का दौरा किया और वहां कोविड-19 प्रोटोकॉल की समीक्षा की। राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार से नौवीं और 11वीं की कक्षाएं फिर से शुरू हुई हैं। सिसोदिया ने कहा, ‘‘हमें स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय करना पड़ा। हम उस दिन का इंतजार नहीं कर सकते जब कोरोना वायरस संक्रमण पूरी तरह खत्म हो जाएगा, क्योंकि तब तक हमारे बच्चों की पढ़ाई को काफी नुकसान हो चुका होगा।’’
स्कूल में छात्रों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘छात्र अगर कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें तो स्कूली जीवन भी सामान्य हो जाएगा।’’ सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं। इससे पहले दिल्ली सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों को दसवीं और 12वीं की कक्षाओं के फिर संचालन की अनुमति दी थी।
सिसोदिया ने कहा, ‘‘15 दिन पहले दसवीं और 12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खुले थे। मैं खुश हूं कि नौवीं और 11वीं के छात्रों के लिए भी स्कूल खुल गए हैं। मैं उनके चेहरे पर खुशी देख सकता हूं। महामारी के दौरान स्कूलों को खोलना चुनौती है, लेकिन हमने इसे स्वीकार किया है।’’