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10 महीने बाद खुले स्कूल, एक-दूसरे को देख बच्चे बोले-तेरी तो शक्ल बदल गई...

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 19, 2021 14:02 IST

Rajasthan School Reopening: स्कूलों में सुरक्षित दूरी, मास्क और सैनिटाइजर आदि का ध्यान रखा जा रहा है. राजस्थान सरकार जल्द ही 8वीं तक के स्कूल खोलने की भी तैयारी कर रही है.

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ठळक मुद्देफरवरी 2021 से कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को भी स्कूल जाने की अनुमति दे दी जाएगी. राज्य में जब सोमवार को स्कूल खुले तो नजारा काफी बदला हुआ नजर आया.शिक्षक भी उन्हें दूर-दूर रहने के लिए लगातार ताकीद करते रहे.

Rajasthan School Reopening: कोविड-19 महामारी के कारण पिछले 10 महीने से बंद पड़े राजस्थान के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों को खोल दिया गया है.

विद्यार्थियों के कदम पड़ते ही वीरान स्कूलों में एक बार फिर रौनक लौट आई% सोमवार को जैसे ही विद्यार्थी स्कूल पहुंचे एक-दूसरे को देख कर बोले- तेरी तो शक्ल ही बदल गई. स्कूलों में सुरक्षित दूरी, मास्क और सैनिटाइजर आदि का ध्यान रखा जा रहा है. राजस्थान सरकार जल्द ही 8वीं तक के स्कूल खोलने की भी तैयारी कर रही है.

शिक्षा विभाग का कहना है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी 2021 से कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को भी स्कूल जाने की अनुमति दे दी जाएगी. राज्य में जब सोमवार को स्कूल खुले तो नजारा काफी बदला हुआ नजर आया. इस दौरान छात्र अपने दोस्तों को दूर से ही हैलो- हाय कहते दिखे.

वहीं, शिक्षक भी उन्हें दूर-दूर रहने के लिए लगातार ताकीद करते रहे. बता दें कि अभी कुछ ही बच्चों ने स्कूल आना शुरू किया है. ऐसे में जयपुर समेत अन्य जिलों में अब भी ऑनलाइन कक्षाएं लग रही हैं. इन्हें ऑफलाइन कक्षाओं के साथ ही चलाया जा रहा है.

प्रशासन का कहना है कि जो अभिभावक अपने-अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं लगातार लगाई जाएं. ज्यादातर स्कूल दो पारियों में चल रहे हैं. वहीं, एक कक्षा में सिर्फ 15-20 बच्चे बैठाए जा रहे हैं.

दिल्ली में 10 महीने बाद खुले 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल

गुब्बारों, फूलों, सेनिटाइज़र और मुस्कुराते चेहरों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में करीब 10 महीने बाद सोमवार को खुले स्कूलों में 10वीं और 12वीं के छात्रों का स्वागत किया गया. दिल्ली सरकार ने कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर स्थित स्कूलों को 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 18 जनवरी से खोलने की अनुमति दी है.

हालांकि विद्यार्थियों के लिए स्कूल आना अनिवार्य नहीं, वे चाहें तो अब भी ऑनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं. कक्षा 12वीं की छात्रा प्रगति दिवान ने कहा, ''यह वैकल्पिक था लेकिन मुझे आना ही था. यह मेरे स्कूल का आखिरी साल है और मैं एक दिन भी अभी तक स्कूल नहीं आई थी.''गीता बाल भारती स्कूल की एक अन्य छात्रा ने कहा, ''ऐसा नहीं लग रहा कि मैं 10 महीने बाद स्कूल आ रही हूं, बल्कि ऐसा लग रहा है कि मैं पहली बार स्कूल आई हूं.

मैं बोर्ड की परीक्षा की तैयारी करने को लेकर उत्साहित हूं.''स्कूल ने यहां गलियारों में 'वापसी पर स्वागत है' के पोस्टर लगाए और शिक्षक हाथ में सेनिटाइजर लिए खड़े थे. स्कूल में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक छात्रा का तापमान भी मापा गया. मंडावली में सर्वोदय कन्या विद्यालय में परिसर को गुब्बारों सजाया गया था और छात्रों के आने पर शिक्षकों ने उन पर फूल भी बरसाए.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सोमवार को चिराग एनक्लेव के एक स्कूल का दौरा कर तैयारी का मुआयना किया. राष्ट्रीय राजधानी में 10 महीने बाद स्कूल खुले हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पिछले साल मार्च में स्कूलों को बंद कर दिया गया था और ये तभी से बंद हैं.

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