नीट और JEE परीक्षाएं योजना के अनुसार सितंबर में होनी ही चाहिए: जेएनयू कुलपति
By भाषा | Updated: August 27, 2020 05:41 IST2020-08-27T05:41:41+5:302020-08-27T05:41:41+5:30
उच्चतम न्यायालय ने भी कहा है कि ‘जीवन चलता रहना चाहिए’ तथा विद्यार्थी ‘पूरा साल बर्बाद नहीं कर सकते’।

सांकेतिक तस्वीर (File Photo)
नयी दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार ने बुधवार को कहा कि नीट और जी की परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में होनी ही चाहिए क्योंकि उनको टाले जाने से विद्यार्थियों के बीच ‘चिंता और’ बढ़ेगी। उनका बयान कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच इन दो अहम परीक्षाओं के स्थगन की तेज होती मांगों के बीच आया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ जी और नीट दोनों ही परीक्षाएं योजना के मुताबिक सितंबर में ही होनी चाहिए। यह इन परीक्षाओं के स्थगन पर जोर देकर विद्यार्थियों के दिमाग में और चिंता पैदा करने का वक्त नहीं है। उच्चतम न्यायालय ने भी कहा है कि ‘जीवन चलता रहना चाहिए’ तथा विद्यार्थी ‘पूरा साल बर्बाद नहीं कर सकते’।’’
कोविड-19 महामारी के चलते इन अहम परीक्षाओं को स्थगित करने की बढ़ती मांग के बीच शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि जी मेन और राष्ट्रीय अर्हता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूज)की परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में होंगी।
जी मेन की एक से छह सितंबर के बीच और नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के उनके समकक्ष नवीन पटनायक और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन समेत कई विपक्षी नेताओं इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है। भाषा राजकुमार माधव माधव