नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान 10 वीं, 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शिक्षक अपने-अपने घरों में करेंगे। इस बात की जानकारी एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने खुद दी है। उन्होंने कहा कि 10वीं, 12वीं के लिए जिन विषयों की बोर्ड परीक्षा पहले हो चुकी है, उनकी 1.5 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए शिक्षकों के घर पर भेजी जाएंगी।
देश के 3000 सीबीएसई स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र के रूप में चुना गया है। इन केंद्रों से, शिक्षकों के घरों के मूल्यांकन के लिए 1.5 करोड़ से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाएंगी। यह प्रक्रिया लगभग 50 दिनों में पूरी होगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बात की जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि कुछ परीक्षाएं बची हुई हैं वो सभी परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होंगी, जो173 विषय की परीक्षाएं हो चुकी थी, उनकी 1.5 करोड़ से भी ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए 3000 स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।
इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि CBSE के 10वीं और 12वीं के परिणाम पर इन मूल्यांकन केंद्रों से ये उत्तर पुस्तिकाओं को अध्यापकों तक मूल्यांकन के लिए पहुंचाया जाएगा।
बता दें कि पिछले दिनों सीबीएसई ने कहा था कि अगर उन्हें दस दिन का भी समय दिया जाएगा तो वो बची हुई परीक्षाएं पूर्ण कराके मूल्यांकन का काम शुरू कर सकते हैं। अब ये तिथियां घोषित होने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि सीबीएसई अगस्त में रिजल्ट भी घोषित कर देगा।
साथ ही सीबीएसई ने ये भी स्पष्ट कर दिया था कि 10वीं बोर्ड के बचे हुए एग्जाम सिर्फ दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में होंगे। बाकी सीबीएसई 12वीं के 29 मुख्य विषयों की परीक्षा कराएगी।
बीते दिनों मीडिया के सामने सीबीएसई सेक्रेटरी ने कहा था कि फिलहाल कक्षा 10 वीं के लिए कोई ताजा परीक्षा आवश्यक नहीं है। ये बची हुई परीक्षाएं सिर्फ दिल्ली के नॉर्थ इस्ट जिले में होंगी क्योंकि सांप्रदायिक हिंसा के कारण वहां बड़ी संख्या में बच्चों के कई मेन एग्जाम भी छूट गए थे। वहीं 12वीं के बारे में आपको बता दें कि सीबीएसई सिर्फ 29 मुख्य विषयों के एग्जाम लेगी।